कावेरी मुद्दा: 2 दिन तक इंतजार के बावजूद सांसद लहर सिंह से नहीं मिले स्टालिन
उन्होंने कहा, 'मेरी यात्रा सद्भावना मिशन थी, जिसमें कोई राजनीति नहीं थी'
सांसद ने कहा, 'हालांकि वरिष्ठ द्रमुक सांसदों और तमिलनाडु के नेताओं के साथ मेरी बातचीत बेहद सकारात्मक थी'
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भाजपा के राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया ने गुरुवार को यहां पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि वे कावेरी जल मुद्दे के सिलसिले में चेन्नई गए थे और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मिलने की कोशिश में दो दिनों तक वहां रुके।
उन्होंने कहा, 'मेरी यात्रा सद्भावना मिशन थी, जिसमें कोई राजनीति नहीं थी। इसके जरिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से कावेरी मुद्दे को मानवीय आधार पर देखने का आग्रह करना था, न कि क्षेत्रीय संघर्ष के रूप में। दुर्भाग्य से 48 घंटे तक इंतजार के बावजूद उनसे मुलाकात नहीं हो सकी।'सांसद ने कहा, 'हालांकि वरिष्ठ द्रमुक सांसदों और तमिलनाडु के नेताओं के साथ मेरी बातचीत बेहद सकारात्मक थी। वे मेरे द्वारा दिए गए सुझावों को स्वीकार कर रहे थे और इस बात को लेकर सकारात्मक दिखे कि कर्नाटक और तमिलनाडु सरकार के बीच चर्चा से समाधान निकलेगा।'
सांसद ने कहा कि कर्नाटक के किसानों और बेंगलूरु के हित में मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को प्रयास करने चाहिएं तथा समाधान तलाशने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से चर्चा करनी चाहिए।