‘मंत्रिमंडल गठन पर फैसला एक या दो दिनों में’
‘मंत्रिमंडल गठन पर फैसला एक या दो दिनों में’
बेंगलूरु/दक्षिण भारतमुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने उम्मीद जताई है कि राज्य मंत्रिमंडल के गठन का मसला अब एक या दो दिनो के अंदर सुलझा लिया जाएगा। इस मुद्दे पर अपनी अगुवाई वाली कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार की भागीदार कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से बातचीत के लिए नई दिल्ली के दौरे पर गए कुमारस्वामी ने सोमवार को संकेत दिया कि मंत्रिमंडल के विभागों के मसले पर जल्दी ही दोनों पार्टियां आम राय कायम कर लेंगी। नई दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद से मिलने के बाद उन्होंने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में उम्मीद जताई कि इस मसले पर जल्दी ही दोनों पार्टियां किसी नतीजे पर पहुंच जाएंगी। उन्होंने कहा, ’’गठबंधन सरकार के शुरुआती दिनों में कुछ जटिल समस्याओं का उठ ख़डा होना स्वाभाविक है लेकिन हम एक या दो दिनों में इन समस्याओं का समाधान कर लेंगे।’’ उन्होंने इसके साथ ही जो़डा कि पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आने वाली पार्टियों में भी विभिन्न मसलों पर अंदरूनी मतभेद सामने आते रहते हैं्। इन समस्याओं से निपटते हुए बेहतरीन ढंग से सरकार चलाने के लिए जल्दी ही एक समन्वय समिति भी गठित कर ली जाएगी। गौरतलब है कि १२ मई को हुए राज्य विधानसभा चुनाव में ३७ सीटों पर जीत हासिल करनेवाले जनता दल (एस) के विधायकों ने अपने प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को मंत्रिमंडल के गठन से संबंधित कोई भी फैसला लेने का पूरा अधिकार दे रखा है। मंत्रिमंडल में जनता दल (एस) के कोटे से १२ मंत्री शामिल होंगे। वहीं, कांग्रेस के लिए अपने २१ मंत्रियों के नामों पर अंतिम निर्णय लेना काफी कठिन काम साबित हो रहा है। इसके दर्जनों विधायक अपने लिए मंत्री पद चाहते हैं और इन विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के सामने अपना पक्ष भी रखा है। वहीं, गठबंधन के भागीदारों के बीच भी कई मुद्दों पर सहमति नहीं बन पा रही है। गठबंधन के फॉर्मूले के तहत जनता दल (एस) के १२ विधायकों को मंत्री बनाया जाना है, जिनमें एक मुख्यमंत्री भी हैं्। वहीं, कांग्रेस के २१ मंत्रियों में उप मुख्यमंत्री भी शामिल हैं्। दोनों पार्टियों के अंदरूनी सूत्रों ने संकेत दिया है कि मंत्रियों के विभागों के बंटवारे पर जारी मतभेद जून के पहले सप्ताह तक खिंच सकता है। उल्लेखनीय है कि कुमारस्वामी सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी आज ही मुलाकात होनेवाली थी। यह उम्मीद भी जताई जा रही थी कि वह मोदी से मुलाकात के बाद कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों से भी मिल सकते हैं्।