एनएलएसआईयू ने परिसर में नए शैक्षणिक ब्लॉक के पुनर्विकास के लिए जेएसडब्ल्यू अनुदान की घोषणा की

एनएलएसआईयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) सुधीर कृष्णास्वामी ने जेएसडब्ल्यू समूह का आभार जताया

एनएलएसआईयू ने परिसर में नए शैक्षणिक ब्लॉक के पुनर्विकास के लिए जेएसडब्ल्यू अनुदान की घोषणा की

Photo: @TheJSWGroup X account

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी ने विश्वविद्यालय के मुख्य शैक्षणिक ब्लॉक और परिसर के व्यापक पुनर्विकास और विस्तार के साथ 'जेएसडब्ल्यू सेंटर ऑन द फ्यूचर ऑफ लॉ' की स्थापना के लिए जेएसडब्ल्यू समूह से अनुदान की घोषणा की है।

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यह अनुदान नगरभवी में एनएलएसआईयू परिसर के दक्षिणी भाग में स्थित न्यू अकादमिक ब्लॉक (एनएबी) के पुनर्विकास का सहयोग करेगा। दो मंजिला एनएबी मूल रूप से साल 2014 में बनाया गया था। इसमें व्याख्यान थिएटर, सेमिनार कक्ष, कार्यालय स्थान और बैठक कक्ष हैं।

जेएसडब्ल्यू अनुदान संकाय, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए सहयोगात्मक अनुसंधान स्थानों के साथ-साथ लचीला और तकनीकी रूप से उन्नत शिक्षण और कार्यालय स्थान प्रदान करने के लिए चार मंजिलों को जोड़ने और उपलब्ध दो मंजिलों का पुनर्विकास करने में मदद करेगा।

इस इमारत को 'जेएसडब्ल्यू एकेडमिक ब्लॉक' नाम दिया जाएगा और विश्वविद्यालय का नया अकादमिक केंद्र बनाने के लिए इसे हाल ही में पुनर्विकसित श्री नारायण राव मेलगिरि मेमोरियल नेशनल लॉ लाइब्रेरी सहित आसपास के परिसर के साथ एकीकृत किया जाएगा।

यह अनुदान परिसर में एक नए अनुसंधान केंद्र 'जेएसडब्ल्यू सेंटर फॉर द फ्यूचर ऑफ लॉ' का भी सहयोग करेगा। यह केंद्र अकादमिक और नीति अनुसंधान और पाठ्यचर्या संबंधी प्रयोगों का संचालन करेगा, जो कानूनी प्रणाली, कानूनी पेशे और कानूनी शिक्षा के भविष्य पर नई प्रौद्योगिकियों के प्रभावों का पता लगाएगा।

इस संबंध में एनएलएसआईयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) सुधीर कृष्णास्वामी ने कहा, 'यह उदार अनुदान विश्वविद्यालय के इतिहास में सबसे बड़े एनएलएसआईयू समावेशन और विस्तार योजना 2021-25 के अगले चरण के सफल कार्यान्वयन को सक्षम बनाएगा। इस योजना के तहत विश्वविद्यालय का लक्ष्य सामाजिक रूप से समावेशी विद्यार्थी निकाय बनाते हुए सभी के लिए अधिक अवसर प्रदान करने के लिए विद्यार्थियों के प्रवेश को लगभग 350 प्रतिशत तक बढ़ाना है। हम जेएसडब्ल्यू के सहयोग के लिए आभारी हैं।'

जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन की अध्यक्ष संगीता जिंदल ने कहा, 'नए शैक्षणिक ब्लॉक को नया स्वरूप देने में जेएसडब्ल्यू के योगदान से परिसर में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए शिक्षण गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे और संसाधनों तक पहुंच में उल्लेखनीय सुधार करने में मदद मिलेगी। कानूनी पेशा हमारे देश के विकास और प्रगति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह न्यायपूर्ण समाज है, जो विकास और वितरणात्मक न्याय के अवसर पैदा करता है। जेएसडब्ल्यू का उद्देश्य सिर्फ पेशेवरों के कौशल का समर्थन करना नहीं, बल्कि उनके सशक्तीकरण को सुविधाजनक बनाना है, जो समर्पण और उत्कृष्टता के साथ हमारे देश की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'

जेएसडब्ल्यू सीमेंट और जेएसडब्ल्यू पेंट्स के एमडी पार्थ जिंदल ने कहा, 'वर्षों से जेएसडब्ल्यू समूह विभिन्न रूपों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। एनएलएस में फ्यूचर ऑफ लॉ सेंटर में योगदान से महत्त्वपूर्ण पहलू को सहयोग मिलेगा। यह एनएलएस को नए क्षेत्रों में छलांग लगाने और अग्रणी बनने का अवसर देगा। एआई में नई तकनीक का आगमन जैसे बड़े भाषा मॉडल पहले से ही कानूनी क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं।

जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के सीईओ अश्विनी सक्सेना ने कहा, 'एक मजबूत क्षेत्रीय उपस्थिति के माध्यम से फाउंडेशन जेएसडब्ल्यू के संयंत्र और बंदरगाह स्थानों के आसपास के समुदायों को प्राथमिकता देते हुए 14 राज्यों के 33 जिलों में कार्यरत है। जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन सार्थक तरीके से भारत के सामाजिक विकास में योगदान देने के लिए इन स्थानों से परे समुदायों तक भी पहुंचता है। कोविड महामारी के दौरान फाउंडेशन ने इन सभी स्थानों पर भोजन और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करके विभिन्न समुदायों और परिवारों का सहयोग किया था।'

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