शाह की क्लास में नेताओं को मिला कॉमन मेन बनने का सबक
शाह की क्लास में नेताओं को मिला कॉमन मेन बनने का सबक
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान प्रवास के आखिरी दिन भाजपा एमपी, एमएलए और पदाधिकारियों को कॉमन मेन बनने सबक दिया। भाजपा प्रदेश मुख्यालय रविवार को भी दिनभर बैठकों का दौर चला। चुनाव कोर कमेटी, सांसद विधायकों, विस्तारकों और निगम बोर्डों के अध्यक्षों की शाह ने क्लास ली। इन सभी बैठकों में शाह ने दो टूक शब्दों में मिशन अजेय राजस्थान के लिए बूथ स्तर तक सरकार की योजनाओं को लाभ पहुंचाने की हिदायत सत्ता में बैठे नेताओं को दी। शाह ने कहा सांसद-विधायकों और निगम-बोर्डों के अध्यक्षों की बैठक में कहा कि वे अपने फंड से पैसा खर्च करने से पहले संगठन से चर्चा जरूर करें। दरअसल, इस मामले में कुछ पदाधिकारियों ने शाह के सामने शिकायत की थी कि सांसद-विधायक उनकी सुनते नहीं है और वे विकास कार्य करवाने में अपनी मनमर्जी करते है। इस पर उन्होंने कहा भविष्य में जो भी विकास काम करवाएं उनमें विस्तारक, स्थानीय नेता से राय आवश्यक तौर पर लें। च्चय्ैंद्बठ्ठ च्णह्ठ्ठणक्कष्ठ, ज्द्मत्रय् ·र्ैंर् फ्रुद्मष्ठ्रभाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को भी कहा कि वे किसी का मुगालता नहीं पाले। जनता के बीच जाएं और उनकी समस्याओं को दूर करें। इससे भाजपा अजेय की स्थिति में पहुंच सकेगी। उन्होंने केवल चुनाव के वक्त ही सक्रिय होने की स्थिति से बचने का भी संदेश दिया। शाह ने कहा कि जनता के बीच जाकर वे उन्हें जो़डने का भी काम करें। इस अवसर पर सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि सोशल मीडिया से सरकार की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रसार करने, इन योजनाओं का फायदा अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया।बैठक में जीएसटी और नोटबंदी के असर पर भी अपनी बात रखी। इस पर शाह ने कहा कि ये नेशनल इश्यू है और इस पर सरकार अपनी तय नीति पर कायम है। इस दौरान सरपंचों ने अपने वेतन-भत्ते ब़ढाने और एमपी-एमएलए की तरह फंड जारी करने की मांग उठाई।