जेपी नड्डा बने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष

जेपी नड्डा बने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष

जेपी नड्डा का अभिनंदन करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। वरिष्ठ भाजपा नेता जगत प्रकाश नड्डा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में नड्डा के नाम पर सहमति बनी। नड्डा बतौर कार्यकारी अध्यक्ष पार्टी की जिम्मेदारी निभाएंगे। वहीं, अमित शाह अभी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे। सोमवार शाम को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, थावरचंद गहलोत और जेपी नड्डा मौजूद थे।

रक्षा मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने संसदीय बोर्ड की बैठक के बारे में बताया कि अमित शाह को गृहमंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने किसी और को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देने का आग्रह किया था। इसके बाद पार्टी के संसदीय बोर्ड ने जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का फैसला किया। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने अमित शाह की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अमित शाह के नेतृत्व में कई चुनावों में शानदार सफलता हासिल की है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पिछली राजग सरकार में जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री थे। इस बार जब उन्हें मंत्रिमंडल में नहीं लिया गया तो उसके बाद से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। चूंकि अमित शाह गृहमंत्री बन चुके हैं। ऐसे में पार्टी की कमान सौंपे जाने को लेकर संभावित चेहरों में नड्डा का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में था।

जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के ब्राह्मण परिवार से हैं। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं। 58 साल के नड्डा का नाम भाजपा के उन नेताओं में शुमार किया जाता है जो काफी लो प्रोफाइल रहना पसंद करते हैं। इस साल लोकसभा चुनाव में उन्हें उप्र का प्रभार सौंपा गया था, जहां सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के बावजूद भाजपा ने 62 और सहयोगी अपना दल ने दो सीटें पर परचम लहराया।

जेपी नड्डा को भी अमित शाह की तरह संगठन और चुनावी प्रबंधन की रणनीति में कुशल माना जाता है। नड्डा के बारे में मशहूर है कि वे जिस सीट की रणनीति बनाते हैं, वहां कम से कम 50 प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य बनाते हैं। उप्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर भी 49.6 प्रतिशत रहा था।

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर निवासी नड्डा ने एलएलबी की पढ़ाई की। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं और साल 1993 में पहली बार विधायक बने। वे 2007 में हिमाचल की तत्कालीन प्रेम कुमार धूमल सरकार में वन-पर्यावरण, विज्ञान और तकनीकी मामलों के मंत्री रह चुके हैं। नड्डा के सामने अभी महाराष्ट्र और हरियाणा में होने विधानसभा चुनाव में पार्टी को दोबारा सत्ता में लाने की चुनौती है। माना जा रहा है कि अमित शाह आगामी छह माह तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे। उनके साथ नड्डा पार्टी की जिम्मेदारी देखेंगे।

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