पूर्व राष्ट्रपति कलाम को किया गया याद
पूर्व राष्ट्रपति कलाम को किया गया याद
रमनाड/दक्षिण भारतसोमवार को राज्य भर में भारत के मिसाइल मैन और पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के ८७ वें जन्मदिन पर उन्हें याद किया गया। रमनाड जिले के स्कूलों और कॉलेजों के हजारों छात्रों ने पेइकरम्बू में अब्दुल कलाम के स्मारक का दौरा किया और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पूर्व राष्ट्रपति की पूरी समाधि फूलों से ढकी नजर आ रही थी। मकबरा फूलों के बिस्तर से ढका हुआ था। इसके बाद सभी विद्यार्थियों ने समाधि स्थल के आसपास लगाई गई पूर्व राष्ट्रपति की तस्वीरों का अवलोकन किया।जिला कलेक्टर वीरराघव राव, कलाम के भाई मुथुमेरन मारिकययार और उनके परिवार के सदस्यों ने कलाम की समाधि का दौरा किया और पुष्पांजलि तथा फूल की पंखुि़डयों को समाधि पर रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके जन्मदिन के मद्देनजर मणिमंडपम को फूलों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया। मुथुमेरन मारिकेयार और दिवंगत राष्ट्रपति और उनके अन्य करीबी रिश्तेदारों ने आम लोगों के साथ समाधि पर आयोजित विशेष प्रार्थना में हिस्सा लिया। समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जिला कलेक्टर वीरराघव राव ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने हमेशा सपना देखा था कि भारत एक शक्तिशाली देश बने। वह युवाओं को देश का महान व्यक्ति बनने के लिए ब़डे सपने देखने की सलाह देते थे। कलेक्टर ने देश को समृद्धि और शक्तिशाली बनाने के लिए डॉ कलाम की सलाह का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि डॉ कलाम द्वारा कही गई बातों को सच करना है तो युवाओं को देश को आगे ब़ढाने के लिए ईमानदारी से काम करने की जिम्मेदारी लेनी होगी। इस अवसर पर देश भर से आए पर्यटकों ने डॉ कलाम की समाधि स्थल पर आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।स्वार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र, जहां डॉ कलाम ने अपनी स्कूली शिक्षा की थी के क्षेत्रों ने संयुक्त रूप से प्रतिज्ञा की कि वह पूर्व राष्ट्रपति द्वारा कही गई बातों का पालन करेंगे और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान देंगे।इससे पूर्व विद्यार्थियों ने लोगों मेंं पार्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से एक मानव श्रृंखला बनाई। जिला कलेक्टर वीरराघव राव की उपस्थिति में केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन ने स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों सहित लगभग ५००० लोगों के साथ इस मानव श्रृंखला मंे हिस्सा लिया। और आम जनता के ५००० छात्रों के साथ भी भाग लिया। इस मानव श्रृखला के दौरान लोगों से प्लास्टिक बैग के उपयोग से बचने और रामेश्वरम और इसके आसपास के इलाकों को हमेशा साफ-सुथरा रखने का अनुरोध किया गया।
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