रक्षा मंत्री ने कन्याकुमारी का दौरा किया
रक्षा मंत्री ने कन्याकुमारी का दौरा किया
कन्याकुमारी। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को चक्रवाती तूफान ओखी में फंसे मछुआरों के लिए नौसेना, वायुसेना और कोस्टगार्ड द्वारा चलाए जा रहे अभियान का जायजा लिया। सीतारमण कन्याकुमारी पहुंचीं और यहां पर राज्य के उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम्, मंत्रियों, नौसेना और राज्य सरकार के अधिकारियों से हालात के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक बुलाने के बाद समुद्र में लापता मछुआरों को पता लगाने और उन्हें सुरक्षित ढंग से समुद्री तट पर लाने के लिए चलाए जा रहे सघन अभियान को तेज करने का निर्देश दिया।रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राज्य के हजारों मछुआरों के लापता होने की खबर सही नहीं है। बल्कि तमिलनाडु के ९७ मछुआरे लापता हैं, जिनमें से ७१ को बचा लिया गया है। उन्होंने बताया कि नौसेना, वायुसेना और भारतीय कोस्टगार्ड के विमानों और जहाजों की मदद से युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही केरल के २४८ मछुआरों और लक्षद्वीप के ३८ किसानों को भी भारतीय सेना के तीनों अंगों ने समुद्र से सकुशल निकालने में सफलता पाई है। उन्होंने बताया कि अभी तक चक्रवात प्रभावित तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप से कुल मिलाकर ३४८ मछुआरों को बचाया गया है।उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमें इस बारे मंे अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है कि चक्रवात के दौरान समुद्र में कितनी नौकाएं पलटी हैं? उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और केरल सरकार से इस बारे में ब्यौरा मांगा गया है कि चक्रवात वाले दिन और उससे एक या दो दिन पहले समुद्र में कितनी नौकाएं उतरी थी? उन्होंने कहा कि जो मछुआरे अभी तक नहीं लौटे हैं उनके परिजनों को निराशा होने की जरुरत नहीं है क्योंकि १००० से अधिक मछुआरों को बचाने के बाद केरल में बने शिविरों में ले जाया गया है।