जनता की समस्याओं का निवारण करें पार्टी विधायक : सिद्दरामैया

जनता की समस्याओं का निवारण करें पार्टी विधायक : सिद्दरामैया

बेंगलूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने कहा है कि कर्नाटक में सत्तारू़ढ कांग्रेस के लिए चुनावी परिदृश्य अनुकूल है ऐसे में पार्टी विधायकों को लोगों की समस्याओं का निवारण करने के लिए अतिरिक्त समय देना चाहिए। यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी द्वारा किए गए सर्वेक्षण ने संकेत दिया था कि कांग्रेस सत्ता में वापसी कर सकती है। उन्होंने पार्टी विधायकों से मतदाताओं पर ध्यान के्द्रिरत करने की मांग की।उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं के बीच कोई संशय नहीं होना चाहिए। राज्य में २२४ में से ५४ विधानसभा क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया गया था और इन सभी क्षेत्रों में लोगों को पिछले चार वर्षों में कांग्रेस सरकार के प्रदर्शन पर अच्छी राय मिली है। उन्होंने दावा कि कांग्रेस के पक्ष में लहर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी चुनावों में सत्ता में बने रहने के लिए अच्छी स्थिति में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे मानसून की भविष्यवाणी के मद्देनजर सूखे या अपेक्षित बा़ढ की स्थिति से निपटने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए विधायकों को पहले से योजना बनानी चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार पार्टी विधायकों द्वारा सुझाए गए किसी भी उस कार्यक्रम को मंजूरी देगी जो यह सुनिश्चित करे कि यह जनता के हित में है। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार कृषि ऋण मा़फ करने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि इसके परिणामस्वरूप एक वित्तीय संकट उत्पन्न होने की आशंका रहती है। हम कृषि ऋण को मा़फ नहीं कर सकते क्योंकि सहकारी बैंकों को धन की प्रतिपूर्ति करना बहुत कठिन होगा। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में सहकारी बैंक नए ऋण का भुगतान कैसे कर सकते हैं? भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस मांग पर आशंकित नहीं होना चाहिए। उन्होंने भाजपा नेता बी एस येड्डीयुरप्पा की कृषि ऋण माफी की मांग की आलोचना करते हुए कहा कि ७८ प्रतिशत कृषि ऋण पीएसयू वाणिज्यिक बैंकों से लिया गया है। यदि केंद्र सरकार इन ऋणों को माफ करने के लिए तैयार है तो राज्य सरकार भी आवश्यक कार्रवाई को तैयार है। सिद्दरामैया ने ब़डी संख्या में कांग्रेस सदस्यों के सत्र में नहीं आने पर गंभीर आपत्ति जताई और इस तरह की उदासीनता के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि सत्र के दौरान वे सदन में नहीं पहुंचते हैं तो उन्हें डर है कि कहीं लोग विश्वास ना खो दें। कांग्रेस नेता वीएस उग्रप्पा ने गौवध पर प्रतिबंध वाले मामले को उठाया और कहा कि कर्नाटक को केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के खिलाफ केरल सरकार की तरह कदम उठाना चाहिए। केरल की विधानसभा ने केंद्र सरकार की अधिसूचना के खिलाफ सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था। सिद्दरामैया ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इस मामले पर कोई निर्णय उचित नहीं है। चूंकि मामला अदालत में है ऐसे में सरकार और पार्टी को उसके फैसले का इंतजार करना चाहिए। केपीसीसी के अध्यक्ष जी परमेश्वर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की १२ जून की यात्रा के दौरान होने वाले कार्यक्रमों के सम्बन्ध में जानकारी दी।

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