बल्लारी के उद्यमी की सुपारी हत्या में निकला घरवालों का ही हाथ
बल्लारी के उद्यमी की सुपारी हत्या में निकला घरवालों का ही हाथ
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर पुलिस के दक्षिण संभाग के सुब्रमण्यपुरा थाने के सब डिविजन तलघटपुरा पुलिस की एक विशेष टीम ने बेंगलूरु में एक उद्यमी की सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। इस सिलसिले में पुलिस ने उद्यमी के छोटे भाई व छोटे बेटे को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को पुलिस आयुक्त भास्कर राव ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस वर्ष 14 फरवरी को तलघटपुरा में रॉयल फार्म लेआउट के गेट पर उद्यमी सिंगनमने माधव की घातक हथियारों से गला काट कर हत्या कर दी गई थी। वह बल्लारी स्टील एंड अलॉय कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक थे और हत्याकांड के समय वह अपने घर में प्रवेश कर रहे थे। पुलिस ने हत्यारों को दबोचने के लिए बेंगलूरु पश्चिम संभाग के अतिरक्ति पुलिस आयुक्त सोमेन्द्र मुखर्जी और दक्षिण संभाग की डीसीपी रोहिणी कटोच सेपट के नेतृत्व में चार माह पहले एक विशेष पुलिस टीम बनाई गई थी। इस टीम में एसीपी मंजूनाथ बाबू और पुलिस इंस्पेक्टर रामप्पा गुत्तेर शामिल थे।
गौरतलब है कि उद्यमी सिंगनमन माधव अपनी पत्नी पार्वती, छोटे पुत्र मधु बाबू और छोटा भाई शिवराम के साथ रॉयल फार्म लेआउट में रह रहे थे। माधव बल्लारी में स्टील माइनिंग के व्यवसाय से जुड़े हैं। कर्नाटक में खदान उद्योग का काम बहुत समय से रुका होने की वजह से माधव के बेटे हरिकृष्णा और उनके भाई शिवराम प्रसाद ने उनसे बल्लारी की प्रॉपर्टी को बेचकर तथा आपस में बांटकर कोई नया काम शुरू करने की सलाह दी। माधव इसके लिए तैयार नहीं थे। वह न तो प्रॉपर्टी बेचना चाहते थे और न ही उसका बंटवारा करना चाहते थे। इससे नाराज हरिकृष्णा और शिवराम प्रसाद ने सुपारी लेकर हत्या करनेवालों को माधव की हत्या की सुपारी दे दी। 14 फरवरी को माधव जब दोपहर में अपने घर घुस रहे थे तो लेआउट के गेट के पास ऑटो और मोटरसाइकिल से आए हमलावरों ने घातक हथियारों से उन पर हमला किया और उनका सिर धड़ से अलग कर सभी हमलावर फरार हो गए। इस मामले के तार पुडुचेरी, अनंतपुर, गोवा, पुणे, मुंबई, बेलगावी और बल्लारी से जुड़े हुए मिले तो कर्नाटक पुलिस की विशेष टीम इन सभी शहरों में भेजी गई। जांच के दौरान पुलिस के शक की सुई हरिकृष्णा और शिवराम की ओर घूमी। उसी समय गोवा का एक आरोपी रियाज पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उससे पूछताछ में जो जानकारी मिली, उसने पुलिस के होश फाख्ता कर दिए। रियाज ने बताया कि माधव के छोटे बेटे और भाई ने ही माधव की हत्या करने के लिए उसके गिरोह को 50 लाख रुपए की सुपारी दी थी। दोनों ने रियाज को 25 लाख रुपए पेशगी के तौर पर दिए थे। इसके बाद रियाज ने गिरोह के 5 बदमाशों के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया।इसके लिए उसने अपने पांचों दोस्तों को हत्या के बाद 5 लाख रुपए देने की बात कही। उसके गिरोह के अन्य सदस्यों में शाहबाज, शाहरुख मन्सूर, आदिल खान और सलमान शामिल थे। इन सबने अपनी योजना के अनुसार 14 फरवरी को माधव की हत्या कर दी।
जांच में पता चला है कि बल्लारी में माधव की 100 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति थी जिसे उसके बेटा और भाई आपस में बांटना चाहते थे। इस संपत्ति में बल्लारी की 2 हजार एकड़ जमीन और खनन कंपनी बल्लारी स्टील एंड अलॉय कंपनी लिमिटेड लिमिटेड शामिल थी। माधव के बेटे और भाई को ऐसा लगता था कि अगर वह माधव की हत्या करवा दें तो यह पूरी संपत्ति उन्हें मिल जाएगी। मामले का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने रियाज और उसके गुर्गों को तो गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है लेकिन हरिकृष्णा और शिवराम प्रसाद अब तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं।