राजस्थान में वर्षा रूकने से बाढ के हालात में सुधार
राजस्थान में वर्षा रूकने से बाढ के हालात में सुधार
जयपुर। राजस्थान के बाढ प्रभावित सिरोही, जालोर और पाली में रविवार रात से वर्षा नहीं होने से बाढ की स्थिति में सुधार आया है, इधर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अत्यधिक बाढ प्रभावित जालोर जिले में चल रहे बचाव और राहत कार्यो का सोमवार को निरीक्षण किया।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वर्षा रूकने से बाढ प्रभावित जिलों में बचाव एवं राहत कार्यो में तेजी आई है। जवाई बांध से छो़डे गए पानी के कारण जालोर के कई गांव अभी भी जलमग्न हैं। उन्होंने बताया कि सेना और एनडीआरएफ दल राहत एवं बचाव कार्य में जिला प्रशासन की मदद कर रही है।मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोमवार को जालोर पहुंच कर जिला प्रशासन के अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यो के बारे में जानकारी प्राप्त की और पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, राहत शिविरों में रूके लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की और प्रभावित लोगों को हर संभव राहत पहुंचाने और कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के दिए।सेना प्रवक्ता मनीष औझा के अनुसार सेना २४ जुलाई तक प्रदेश के बाढ प्रभावित इलाकों में पानी से घिरे आठ सौ ६३ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुकी है और अभी भी बचाव एवं राहत कार्यो में जुटी हुई है।इधर मौसम विभाग के अनुसार सोमवार सुबह तक चूरू में ५५ मिमी, सीकर में ४८ मिमी, सवाई माधोपुर में ११ मि मी और प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। राजे ने बाढ प्रभावित जालोर का जायजा लेने के बाद संवाददाताओं से कहा कि भविष्य में बाढ के हालात की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके स्थाई समाधान पर सरकार काम करेगी। उन्होंने कहा कि व्यर्थ जाने वाले पानी को रोक कर उसे उपयोग में लाने के लिए एनीकट, तालाब का निर्माण करवाने समेत अन्य उपायों को तलाशने के निर्देश दिए हैं ताकि फिर से ऐसे हालात पैदा नहीं हो। सरकार इस मामले पर गंभीरता से विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ से प्रभावित गौंवश के उपचार के लिए राजस्थान के पशु चिकित्सकों के अलावा सेना के पशु चिकित्सक भी जुटे हुए है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, एनसीआरएफ और सेना राहत एवं बचाव कार्यो में लगी हुई है।राजे ने स्थानीय नागरिकों, भामाशाह, जिला प्रशासन, स्वयंसेवी संस्थाओं समेत बचाव एवं राहत कार्यो में लगे लोगों का आभार जताते हुए कहा कि बाढ में फंसे ग्यारह हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राजे ने अधिकारियों को बिजली, स़डक और पेयजल की बिग़डी व्यवस्था को तुरंत सामान्य करने और नुकसान की रिपोर्ट शीध्र भेजने के निर्देश देते हुए राहत एवं बचाव कार्यो पर संतोष जताया है। उन्होंने लोगों से तेज बहाव में नहीं जाने की अपील भी की है। मुख्यमंत्री जालोर में प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों से चर्चा करने के बाद अन्य बाढ प्रभावित इलाके के लिए रवाना हो गई थीं।