कमलनाथ के करीबी लोगों के ठिकानों पर आयकर छापों के बाद सियासत तेज
कमलनाथ के करीबी लोगों के ठिकानों पर आयकर छापों के बाद सियासत तेज
इंदौर/भाषा। लोकसभा चुनावों के मौजूदा माहौल में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी लोगों के अलग-अलग शहरों स्थित ठिकानों पर रविवार तड़के आयकर विभाग के छापों के बाद सियासी सरगर्मियां बढ़ गईं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में करोड़ों रुपए की काली कमाई बरामद हुई। इससे एक बात तो साफ हो गई कि जो चोर है, उसे ही चौकीदार से शिकायत है।विजयवर्गीय ने अपने इस ट्वीट के साथ एक फोटो भी लगाया जिसमें नोटों की गड्डियों से भरे दो बक्से नजर आ रहे हैं। उधर, कांग्रेस ने कमलनाथ के करीबी लोगों से संबंधित आयकर विभाग की मुहिम को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने यहां जारी बयान में कहा, जिस तरह आयकर विभाग ने आज छापे मारे, उससे स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार लोकसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद इस महकमे के अफसरों को कठपुतली की तरह कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है।
अधिकारियों के मुताबिक आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में रविवार तड़के कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्य प्रदेश स्थित 50 ठिकानों पर छापेमारी की।
उन्होंने बताया कि आयकर अधिकारियों ने इंदौर, भोपाल और दिल्ली (ग्रीन पार्क) में छापेमारी की। जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई, उनमें कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़, मुख्यमंत्री के पूर्व सलाहकार राजेंद्र मिगलानी और उनके रिश्तेदार से जुड़ी कंपनी मोजर बेयर और उनके भांजे रातुल पुरी की कंपनी शामिल है।
लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ और मिगलानी ने अपने उक्त पदों से इस्तीफा दे दिया था।