माइक्रोफाइनेंसरों द्वारा सताए गए लोगों के परिवारों को कर्नाटक सरकार देगी यह सहायता
भगदड़ मामले में मुख्यमंत्री देंगे जवाब
Photo: @siddaramaiah X account
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक में माइक्रोफाइनेंसरों के दुर्व्यवहार के कारण जान गंवाने वालों या आत्महत्या करने वालों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने अपने एक्स अकाउंट पर यह जानकारी दी है।
कन्नड़ भाषा में की गई इस पोस्ट में कहा गया है कि माइक्रोफाइनेंसरों के दुर्व्यवहार के कारण जान गंवाने वाले या आत्महत्या करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को 5 लाख रुपए का मानवीय मुआवजा दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं आपका ध्यान इस ओर भी आकर्षित करना चाहूंगा कि जब से हमने माइक्रोफाइनेंस के खतरे को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए हैं, हिंसा और आत्महत्या के मामलों में काफी कमी आई है।'
भगदड़ मामले में सिद्दरामय्या विधानसभा में देंगे जवाब
मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या, चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ के संबंध में भाजपा सदस्यों द्वारा उठाए गए सवालों का शुक्रवार को राज्य विधानसभा में जवाब देंगे। उस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी।
4 जून को हुई घटना के बाद बेंगलूरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद सहित कई पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था।
विपक्षी भाजपा ने कुछ दिन पहले विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
गुरुवार को भाजपा ने सिद्दरामय्या से जवाब मांगा, जिस पर उन्होंने कहा कि वे शुक्रवार सुबह जवाब देंगे।
इससे पहले, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने विधानसभा में कहा, 'भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई थी। हमने पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया और उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश, न्यायमूर्ति जॉन माइकल डी'कुन्हा से भगदड़ पर एक रिपोर्ट मंगवाई। लेकिन हम खोई हुई जानें वापस नहीं ला सकते। अब आगे क्या करें? इसलिए, हम भीड़ प्रबंधन विधेयक लेकर आए हैं।'
परमेश्वर ने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर उपलब्ध सुविधाओं को तय करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया की जरूरत है। इसके अनुसार एक मसौदा तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम देश के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियमों में से एक माना जाता है, क्योंकि यह कुछ ही समय में सारा वर्षाजल सोख लेता है, लेकिन इसमें केवल 33,000 लोग बैठ सकते हैं।


