'एयरो इंडिया' के लिए तैयारियां जारी, बेहतर सुविधाओं के साथ बहुत खास होगा आयोजन
विभिन्न टीमें समन्वय के साथ काम कर रही हैं

Photo: IndianAirForce FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। 'एयरो इंडिया 2025' के लिए येलहंका वायुसेना स्टेशन पर तैयारियां जारी हैं। इस बार भी यह आयोजन बहुत खास होगा। इसके लिए बुनियादी ढांचे के उन्नयन के साथ बेहतर सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है।
आयोजन स्थल की पिछली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए निर्बाध प्रवेश, आवागमन और संपर्क को सुविधाजनक बनाने पर जोर देने के लिए व्यापक सुधार किए गए हैं। रक्षा मंत्रालय, वायुसेना, बेंगलूरु यातायात पुलिस, बीबीएमपी, एनएचएआई और नम्मा मेट्रो की टीमें समन्वय के साथ काम कर रही हैं।यातायात पुलिस के सहयोग से रियल-टाइम निगरानी की जा रही है। रक्षा मंत्रालय ने यातायात के दबाव को कम करने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों से वायुसेना स्टेशन तक आगंतुकों को मुफ्त परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के वास्ते एसी वोल्वो शटल बसों को लगा रखा है।
हवाई सर्वेक्षण किए
रुकावट वाले स्थानों की पहचान करने और समाधान करने के लिए संयुक्त हवाई सर्वेक्षण किए गए हैं, जिसके बाद चौड़ी 'पहुंच सड़कें' बनाई गईं और विभिन्न श्रेणियों के आगंतुकों, प्रदर्शकों और अधिकारियों के लिए समर्पित प्रवेश और निकास मार्ग बनाए गए हैं।
किसी भी अनधिकृत ड्रोन गतिविधि से निपटने के लिए जवाबी उपाय के साथ रेड ड्रोन ज़ोन निर्धारित किए गए हैं। इसी तरह त्वरित सहायता और आपातकालीन सहायता पहुंचाने के लिए रैपिड मोबाइल यूनिट को रणनीतिक रूप से तैनात किया जाएगा। कई एजेंसियों के साथ निरंतर मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही हैं।
हवादार प्रदर्शनी हॉल
ज्यादा प्रदर्शकों और आगंतुकों को आसानी से समायोजित करने के लिए बेहतर हवादार प्रदर्शनी हॉल बनाए गए हैं। वहीं, आयोजन स्थल पर बैठने के लिए बेहतर क्षेत्र उपलब्ध होगा। इंदिरा कैंटीन (पार्किंग क्षेत्रों में) सहित अतिरिक्त फूड कोर्ट और रिफ्रेशमेंट कियोस्क होंगे।
यही नहीं, आसान नेविगेशन के लिए रास्ता खोजने की उन्नत सुविधा और संकेत स्थापित किए गए हैं। आगंतुकों की सुविधा के लिए खोया-पाया काउंटर और एटीएम कियोस्क होंगे। कई वाटर पॉइंट्स, चिकित्सा सहायता पोस्ट्स और चिकित्सा निकासी सहित आपात स्थितियों के लिए समर्पित हृदय सहायता चौकी भी बनाई गई है।
24/7 सीसीटीवी निगरानी
उन्नत सुरक्षा प्रोटोकॉल और तेज़ पहुंच नियंत्रण सुविधा होगी। सुरक्षा चिंताओं के मद्देनज़र रियल-टाइम प्रतिक्रिया के लिए परिचालन कमांड और नियंत्रण केंद्र बनाया गया है। 24/7 सीसीटीवी निगरानी होगी। आगंतुकों, प्रदर्शकों और वीआईपी के लिए समर्पित स्क्रीनिंग ज़ोन भी होगा। आपात स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन और अग्नि सुरक्षा समितियां बनाई गई हैं।
सभी दूरसंचार सेवा प्रदाता अस्थायी मोबाइल टावर और नेटवर्क बूस्टर लगा रहे हैं। एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है, जो लाइव अपडेट, नेविगेशन सहायता और इवेंट शेड्यूलिंग देगा। एजेंसियों के बीच समन्वय के लिए सुरक्षित डिजिटल संचार चैनल स्थापित किए गए हैं।