बेंगलूरु: महिला की हत्या कर फ्रिज में रखे टुकड़े, गृह मंत्री बोले- दोषियों को जल्द पकड़ेंगे
महालक्ष्मी का शव 50 से ज्यादा टुकड़ों में कटा हुआ पाया गया
Photo: DrGParameshwara FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने यहां 29 वर्षीया महिला की नृशंस हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द पकड़ने का संकल्प लिया।
पुलिस के अनुसार, महालक्ष्मी का शव 50 से ज्यादा टुकड़ों में कटा हुआ पाया गया। उन्हें शहर के व्यालिकावल स्थित एक फ्लैट में रेफ्रिजरेटर में रखा गया था।परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'कुछ जानकारी पहले ही एकत्र कर ली गई है, जिसे मैं अभी नहीं बता सकता, लेकिन हम इसमें शामिल लोगों को जल्द ही पकड़ लेंगे।'
बता दें कि बेंगलूरु पुलिस ने महालक्ष्मी की हत्या मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। महिला मल्लेश्वरम स्थित एक कॉस्ट्यूम आउटलेट में बतौर टीम लीडर काम करती थी और बिल्डिंग की पहली मंजिल पर अकेली रहती थी।
अपनी शिकायत में महालक्ष्मी की मां मीना राणा ने कहा कि हत्या का पता चलने से एक दिन पहले उन्हें अपार्टमेंट से दुर्गंध आने की सूचना मिली थी।
बताया गया कि मीना राणा और उनके पति चरण सिंह मूलत: नेपाल के टीकापुर से हैं। वे लगभग 35 साल पहले बेंगलूरु रहने लगे थे। महालक्ष्मी की शादी हेमंत दास से हुई थी, जो नेलमंगला में रहकर मोबाइल फोन की दुकान चलाता है। दंपति पिछले साल अक्टूबर से अलग रहने लगा था। उस दौरान महालक्ष्मी ने अपार्टमेंट किराए पर लिया था।
मीना राणा के अनुसार, महालक्ष्मी ने 2 सितंबर को फोन पर उनसे बातचीत में कहा था कि वे जल्द ही अपने पति से मिलने जाएंगी। उसके बाद कोई बातचीत नहीं हुई थी।
अपार्टमेंट में घुसने पर उन्होंने पाया कि सामने का दरवाज़ा बाहर से बंद था और कीड़े-मकौड़े साफ़ दिखाई दे रहे थे। परिवार ने रेफ़्रिजरेटर खोला, जिसमें शव के टुकड़े रखे थे।
महालक्ष्मी पिछले पांच महीने से इसी अपार्टमेंट में रह रही थीं। पुलिस का मानना है कि हत्या 2 सितंबर के आसपास हुई होगी, जिस दिन महालक्ष्मी का मोबाइल फोन आखिरी बार एक्टिव हुआ था।
पुलिस को यह बात भी अचंभित करने वाली लगी कि मृतका के परिवार के किसी भी सदस्य ने इतने लंबे समय तक उससे संपर्क करने की कोशिश नहीं की। उनसे इस बारे में पूछताछ की जा रही है। सुराग के लिए कॉल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
जब अपार्टमेंट से बदबू आने लगी तो पड़ोसियों को लगा कि किसी जानवर की मौत हो गई है। जब गंध और तेज हो गई तो उन्हें किसी अनिष्ट की आशंका होने लगी थी। पुलिस के अधिकारी भी मास्क पहनकर घटनास्थल पर पहुंचे थे।
बताया गया कि महालक्ष्मी अपने पड़ोसियों से ज़्यादा बातचीत नहीं करती थी। लोगों को उसके विवाहित होने के बारे में भी नहीं पता था।
कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया है कि एक आदमी नियमित रूप से महालक्ष्मी को उसके कार्यस्थल से घर छोड़ने आता था। यह भी संदेह जताया जा रहा है कि हत्यारा पहले से महिला को जानता था, क्योंकि घर से कीमती सामान नहीं चुराया गया है। इससे संकेत मिलता है कि हत्या का मकसद चोरी नहीं था।
मामले की जांच के लिए चार विशेष टीमें गठित की गई हैं। पास के एक पार्लर के कर्मचारी समेत कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी अक्सर महालक्ष्मी से मिलने आता था। कहा गया है कि हत्या से एक दिन पहले भी वह उससे मिलने आया था।