छात्रा की मौत का मामला: विरोध प्रदर्शन की अफवाह के बाद मरीना बीच पर भारी पुलिस तैनाती
कई लोगों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से लड़की की मौत के बारे में पोस्ट की थीं
चेन्नई/दक्षिण भारत। ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने मंगलवार को कल्लाकुरिची में 12वीं कक्षा की छात्रा की मौत के मामले में विरोध प्रदर्शन की अफवाह के मद्देनजर मरीना बीच पर 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया।
बता दें कि कल्लाकुरिची में एक निजी आवासीय स्कूल से जुड़े इस मामले में सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट शेयर होने की अफवाह थी, जिनमें कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन की बात कही गई थी। चूंकि मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया के जरिए तस्वीरें, वीडियो आदि पोस्ट कर इन्साफ की मांग कर रहे हैं। उन्होंने स्कूल में तोड़फोड़ की और कई स्कूल बसों और पुलिस वाहनों को जला दिया था।मद्रास उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा था कि स्कूल परिसर में हुई हिंसा सुनियोजित थी और उसे अंजाम दिया गया था। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि प्रदर्शनकारी नए वॉट्सऐप ग्रुप में चैट करने के बाद इकट्ठे हुए थे।
पुलिस ने कहा है कि सोशल मीडिया का इसमें अहम किरदार रहा है। कई लोगों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से लड़की की मौत के बारे में पोस्ट की थीं।
जांचकर्ताओं ने कहा कि इन संदेशों से भड़क कर प्रदर्शनकारियों ने आवासीय स्कूल पर हमला किया और हिंसा फैली।
इसी सिलसिले में मरीना बीच के पास विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने एहतियाती कदम उठाए।
कल्लाकुरिची स्कूल में छात्रा की मौत के मामले में सोमवार को दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया। लड़की के परिजन का आरोप है कि शिक्षकों ने उसे प्रताड़ित किया था।