पुलिस का कमालः इलेक्ट्रिक स्कूटर चालक से मांगा प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र, फिर काटा चालान!
घटना केरल के मलप्पुरम में नीलांचेरी की बताई जा रही है
तिरुवनंतपुरम/दक्षिण भारत। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर खूब शेयर की जा रही है, जिसके मुताबिक यातायात पुलिस ने 6 सितंबर को इलेक्ट्रिक स्कूटर एथर 450 एक्स चालक का इस आधार पर चालान कर दिया, क्योंकि उसके पास प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित प्रमाण पत्र नहीं था।
घटना केरल के मलप्पुरम में नीलांचेरी की बताई जा रही है। यह एक फेसबुक ग्रुप से अन्य ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई। इसमें पुलिस द्वारा जारी किए गए चालान की रसीद भी है।इसमें बताया गया है कि पुलिस द्वारा मांगे जाने पर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया, इसलिए 250 रुपए का चालान कर दिया। रसीद में मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 213(5)(ई) का भी उल्लेख है।
चूंकि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र जारी करने वाला कोई केंद्र नहीं है। यह प्रमाण पत्र धुएं और उत्सर्जन के स्तर की जांच करके जारी किया जाता है। जबकि इलेक्ट्रिक कारों/स्कूटर में कोई निकास धुंआ नहीं होता है, इसलिए ऐसे वाहनों को पीयूसीसी जारी करना संभव नहीं है। मामला सोशल मीडिया पर आने के बाद कई लोगों ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से हस्तक्षेप की मांग की है।
यह जानकर आश्चर्य हो सकता है लेकिन पुलिस द्वारा पहले भी ऐसे विचित्र चालान जारी किए जा चुके हैं। अतीत में एक कार चालक का मामला चर्चा में रहा था, जिसका पुलिस ने इस वजह से चालान काट दिया, क्योंकि उसने हेलमेट नहीं पहन रखा था। इसी तरह मोटरसाइकिल से जा रहे शख्स का इस बात पर चालान काटा गया, क्योंकि उसने सीटबेल्ट नहीं लगा रखी थी।