अंधविश्वास से बचें, कोरोना के बारे में न पालें ये गलतफहमियां
अंधविश्वास से बचें, कोरोना के बारे में न पालें ये गलतफहमियां
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को रात बारह बजे से संपूर्ण देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में मोदी ने देशवासियों से घरों में रहने का अनुरोध किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह भी ध्यान रखिए कि ऐसे समय में जाने-अनजाने कई बार अफवाहें भी फैलती हैं। इसलिए किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से बचें।
चूंकि कोरोना वायरस के संबंध में सोशल मीडिया पर ऐसे कई तरह के दावे किए जा रहे हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। ऐसे में, सभी नागरिक उन सूचनाओं पर भरोसा करें जो समय-समय पर सरकार द्वारा जारी की जा रही हैं।भारत सरकार की वेबसाइट मायजीओवी डॉट इन पर कोरोना के बारे में कई महत्वूपर्ण सूचनाएं प्रकाशित की गई हैं। इन सूचनाओं का स्रोत विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों की राय है। यहां जानिए इनके बारे में:
1. ठंड का मौसम और बर्फ कोरोना वायरस को खत्म नहीं कर सकते।
2. कोरोनावायरस का संचरण गर्म और आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में हो सकता है।
3. मच्छर के काटने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता।
4. इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि जानवर/पालतू जानवर जैसे कुत्ते या बिल्लियां कोरोना वायरस को संचारित कर सकते हैं।
5. गर्म पानी से नहाना कोरोना वायरस से नहीं बचा सकता है।
6. कोरोना वायरस को मारने में हैंड ड्रायर्स प्रभावी नहीं हैं।
7. संक्रमण रोकने के लिए पराबैंगनी प्रकाश का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। यह त्वचा में जलन पैदा कर सकता है।
8. थर्मल स्कैनर यह पता लगा सकते हैं कि किसी व्यक्ति को बुखार है लेकिन यह पता नहीं लगा सकते कि किसी को कोरोना वायरस है या नहीं।
9. अपने शरीर पर एल्कोहल या क्लोरीन का स्प्रे करने से उन वायरसों को खत्म नहीं किया जा सकता जो पहले ही शरीर में प्रवेश कर चुके हैं।
10. निमोनिया के खिलाफ टीके, जैसे कि न्यूमोकोकल वैक्सीन और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचआईबी) वैक्सीन, कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं।
11. इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि नियमित रूप से नमक के पानी से गरारे करने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा ला सकता है।
12. लहसुन सेहत के लिए अच्छा है लेकिन मौजूदा महामारी के संबंध में ऐसे कोई सबूत नहीं हैं कि इसे खाने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
13. वायरस के खिलाफ एंटीबायोटिक्स काम नहीं करते हैं, एंटीबायोटिक्स केवल बैक्टीरिया के खिलाफ काम करते हैं।
14. आज तक, कोरोनावायरस को रोकने या इलाज के लिए अनुशंसित कोई विशिष्ट दवा नहीं है।