बदमाशों ने हाथ-पैर बांधकर नदी में फेंका, रातभर लहरों में फंसने के बाद निकला ज़िंदा

बदमाशों ने हाथ-पैर बांधकर नदी में फेंका, रातभर लहरों में फंसने के बाद निकला ज़िंदा

सांकेतिक चित्र

सारण/दक्षिण भारत। बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ताजा मामला सोनपुर के बैजलपुर का है जहां स्थानीय युवाओं ने एक शख्स को गंडक नदी से बाहर निकाला। उसके बाद इस शख्स ने जो आपबीती बताई, सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाएंगे। बदमाशों ने उसकी कार लूटने के बाद हाथ-पैर बांध बांध दिए थे। यही नहीं, उसकी आंखों पर भी पट्टी बांध दी। फिर उसे नदी में फेंक दिया। करीब 13 घंटों तक नदी की लहरों का सामना करने के बाद जब लोगों की उस पर नजर पड़ी तो बाहर निकाला।

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जानकारी के अनुसार, फल व्यवसायी रमेश पासवान बुधवार रात को बेतिया से लौट रहे थे। इसी दौरान बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाया और कार लूटकर फरार हो गए। आंखों पर पट्टी और हाथ-पैर बंधे होने के कारण गंडक नदी में ज़िंदगी की जंग लड़ते रमेश पासवान को बैजलपुर में नदी किनारे खड़े कुछ युवाओं ने देखा।

इसके बाद नाव में सवार होकर युवक वहां तक पहुंचे और रमेश को निकालकर ले आए। रमेश की आपबीती सुनकर हर कोई हैरान है कि करीब 13 घंटे तक हाथ-पैर बंधे होने के बावजूद नदी की लहरों में कैसे बच गए। जब रमेश को नदी से बाहर निकाला गया तो वे बेहोश थे। होश में आने के बाद उन्होंने बताया कि वे मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र के कुबौली निवासी हैं।

रमेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि बिहारशरीफ निवासी मुस्तकीम उनका साझेदार है। मुस्तकीम ने बुधवार को पटना से फोन कर रमेश को बताया था कि बेतिया के कारोबारी मुश्ताक के यहां बकाया रकम लेने चलना है। रिपोर्ट के अनुसार, उसने रमेश को सरैया के मणिपुर बुलाया। यहां से दोनों बेतिया के लिए रवाना हुए।

रिपोर्ट के अनुसार, मुस्तकीम कार चला रहा था। वह बीच में फोन पर भी बात कर रहा था। जब वे बेतिया पहुंचे तो मालूम हुआ कि संबंधित व्यक्ति शहर से बाहर चला गया है। इसके बाद वे वापस लौटे। उनकी कार बेतिया से कुछ आगे निकली थी कि बदमाश उनका पीछा करने लगे। बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और मुस्तकीम के हाथ बांध दिए।

फिर उन्होंने रमेश के हाथ-पैर बांधे। इसके लिए एक दुकान से रस्सी खरीदी। बदमाशों ने रमेश की आंखों पर पट्टी बांधी और गंडक नदी में फेंक दिया। उफनती नदी के बावजूद गनीमत यह रही कि रमेश की जान बच गई। व्यवसायी के साथ हुई इस घटना की आसपास के इलाकों में काफी चर्चा है।

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