प्रशासन ने नहीं सुनी पुकार तो ग्रामीणों ने बांस से बना दिया पुल
प्रशासन ने नहीं सुनी पुकार तो ग्रामीणों ने बांस से बना दिया पुल
रायसेन/वार्ता। मध्यप्रदेश के रायसेन जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर गैरतगंज तहसील के ग्राम संदूक में ग्रामीणों ने आवागमन में बाधा पैदा कर रही एक नदी में स्वयं श्रमदान कर बांस के पुल का निर्माण किया है। तकनीकी रूप से मजबूती के पक्ष को लेकर प्रशासन ने इसे हटाने के निर्देश दिए हैं।
संदूक गांव के बीचों बीच से निकली नदी के कारण ग्रामवासी कई वर्षों से परेशान हो रहे हैं। नदी के कारण बरसात के मौसम में चार माह कई ग्रामीण घरों में कैद होकर रह जाते हैं। ग्राम के बच्चे नदी के उस पार स्थित प्राथमिक शाला में जान जोखिम में डालकर जाने को मजबूर थे।ग्रामीणों ने इस नदी पर पुल बनवाने शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार अनुरोध किया, लेकिन समस्या हल नहीं हो पाई। ग्रामीणों ने विगत लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पुल का निर्माण नहीं होने पर आक्रोश जताते हुए मतदान नहीं करने का निर्णय भी लिया था। बाद में प्रशासन के आश्वासन पर ग्रामीणों ने मतदान में भागीदारी की।
चुनावों के चार वर्ष बाद भी ग्रामीणों की समस्या हल नहीं हुई तो, उन्होंने खुद एकजुट होकर बांस के अस्थाई पुल का निर्माण कर दिया। इससे होकर छात्र-छात्राएं और ग्रामीण आवागमन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने पुल तो बना लिया, लेकिन वह तकनीकी रूप से कितना मजबूत है, इस पर प्रश्नचिह्न लगा हुआ है।
कलेक्टर एस प्रिया मिश्रा ने बताया कि बांस के पुल को हटाने के निर्देश गैरतगंज की अनुविभागीय अधिकारी मोहिनी शर्मा को दिए गए हैं। शर्मा ने बताया कि राजस्व और पुलिस अमले को ग्रामीणों ने अभी पुल हटाने नहीं दिया है। उन्हें समझाइश दी जा रही है।
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