जीएसटी छूट: ईटानगर में बोले मोदी- त्योहारों के मौसम में जनता को मिला डबल बोनस
ईटानगर में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ
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ईटानगर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अरुणाचल की यह भूमि उगते सूर्य की धरती के साथ देशभक्ति के उफान की भी धरती है। जैसे तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसे ही अरुणाचल का पहला रंग भी केसरिया है। यहां का हर व्यक्ति शौर्य और शांति का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में नेक्स्ट ज़ेन जीएसटी रिफॉर्म्स लागू हुए हैं। जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत हुई है। त्योहारों के इस मौसम में जनता जनार्दन को यह डबल बोनस मिला है।उन्होंने कहा कि साल 2014 में जब आपने मुझे सेवा का मौका दिया, तब मैंने कांग्रेस की सोच से देश को मुक्ति दिलाने की ठान ली थी। हमारी प्रेरणा किसी राज्य में वोटों और सीटों की संख्या नहीं, राष्ट्र प्रथम की भावना है। हमारा एक ही मंत्र है, 'नागरिक देवो भव'।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जैसे लोग सोचते थे, यहां इतने कम लोग हैं, लोकसभा की सिर्फ दो ही सीटें हैं, तो क्यों अरुणाचल पर ध्यान दिया जाए? कांग्रेस की सोच से अरुणाचल को, पूरे नॉर्थ ईस्ट को बहुत नुकसान हुआ। हमारा पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास में पीछे छूट गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे अरुणाचल प्रदेश में वैसे तो सूर्य की किरण सबसे पहले आती हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यहां विकास की किरण आते-आते कई दशक लग गए। मैं साल 2014 से पहले भी यहां कई बार आया हूं, आपके बीच रहा हूं। अरुणाचल को प्रकृति ने इतना कुछ दिया है! यह धरती, यहां के परिश्रमी लोग, यहां की सामर्थ्य, यहां इतना कुछ है! लेकिन जो लोग दिल्ली में बैठकर देश चला रहे थे, उन्होंने अरुणाचल को हमेशा नज़रअंदाज़ किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम नॉर्थ ईस्ट के आठों राज्यों को अष्टलक्ष्मी के रूप में पूजते हैं, इसलिए इस क्षेत्र को विकास में पीछे नहीं देख सकते। यहां विकास के लिए केंद्र सरकार अधिक से अधिक धन खर्च कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जो टैक्स इकट्ठा होता है, उसका एक हिस्सा राज्यों को मिलता है। जब कांग्रेस की सरकार थी, तब अरुणाचल प्रदेश को 10 साल में सेंट्रल टैक्स में से सिर्फ 6,000 करोड़ रुपए मिले थे। जबकि भाजपा सरकार के 10 वर्षों में अरुणाचल को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक मिल चुके हैं। यानी भाजपा सरकार ने कांग्रेस की तुलना में अरुणाचल को 16 गुना ज्यादा पैसा दिया है और यह सिर्फ टैक्स का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ने इस अप्रोच को ही बदल दिया। जिन्हें कांग्रेस पिछड़ा जिले कहती थी, उन्हें हमने आकांक्षी जिले बनाया और वहां विकास को प्राथमिकता दी गई। सीमावर्ती जिन गांवों को कांग्रेस लास्ट विलेज कहती थी, उन्हें हमने फर्स्ट विलेज माना। इसके अच्छे परिणाम आज हम देख रहे हैं। वाइब्रेंट विलेज की सफलता ने लोगों का जीवन आसान बनाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की एक पुरानी आदत है कि विकास का जो भी काम मुश्किल होता है, उस काम को वह कभी हाथ ही नहीं लगाती। कांग्रेस की इस आदत से नॉर्थ ईस्ट को बहुत नुकसान हुआ। जहां विकास कार्य करना चुनौतीपूर्ण होता था, उसे कांग्रेस पिछड़ा घोषित कर भूल जाती थी। जो सीमा से सटे गांव थे, उन्हें लास्ट विलेज कहकर पल्ला झाड़ लेती थी। यही कारण है कि सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों का पलायन होता गया।
बता दें कि प्रधानमंत्री ने जीएसटी बचत उत्सव के दौरान ईटानगर में व्यापारियों और दुकानदारों से संवाद किया। उन्होंने पूरे देश को स्वदेशी उत्पाद अपनाने एवं अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया।


