ठांय-ठांय बोलकर बदमाशों को डराने वाले पुलिसकर्मी की हो रही तारीफ, मिलेगा पुरस्कार
ठांय-ठांय बोलकर बदमाशों को डराने वाले पुलिसकर्मी की हो रही तारीफ, मिलेगा पुरस्कार
लखनऊ। पिछले दिनों मुंह से ठांय-ठांय बोलकर बदमाशों को डराने वाले पुलिसकर्मी का वीडियो खूब वायरल हुआ और उस पर कई रोचक प्रतिक्रियाएं दी गईं। अब उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग ने फैसला किया है कि उस पुलिसकर्मी को सम्मानित किया जाएगा। एसआई मनोज कुमार शीघ्र ही वीरता पुरस्कार से सम्मानित किए जाएंगे, क्योंकि उस रोज उन्होंने बदमाशों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया और उनकी टीम ने एक इनामी बदमाश को पकड़ा।
वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने उसका सिर्फ एक ही पहलू देखा, लेकिन पुलिसकर्मी ने विकट परिस्थिति में जो नुस्खा आजमाया, वह काम कर गया। उस रात दो बदमाश गन्ने के खेतों में छुपे थे। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की टीम वहां पहुंची। जब एसआई मनोज कुमार ने उन्हें डराने के लिए गोली चलानी चाही तो पिस्टल जाम हो गई। तब उन्होंने मुंह से ही ठांय-ठांय बोलकर बदमाशों में खौफ पैदा कर दिया।उत्तर प्रदेश पुलिस ने माना है कि मनोज कुमार ने उस समय बहुत बहादुरी से काम लिया। उनका नाम वीरता पुरस्कार के लिए डीजीपी को भेजा जाएगा। विभाग ने उनके काम को बहुत सकारात्मक लिया है क्योंकि बदमाशों से मुकाबला करने के लिए उन्होंने अपनी सूझबूझ से टीम का मनोबल बढ़ाया और बदमाशों में डर पैदा किया।
यह घटना 13 अक्टूबर रात की है। असमौली थाने की पुलिस रात करीब साढ़े ग्यारह बजे वाहनों की चेकिंग करने में व्यस्त थी। उसी समय बाइक पर दो लोग तेजी से आए और रुकने के इशारे के बावजूद वे आगे बढ़ने लगे। पुलिस को उन पर शक हुआ तो पीछा किया। बाद में वे दोनों गन्ने के खेतों में छुप गए।
उन्हें पकड़ने के लिए घेराबंदी शुरू की गई। बदमाशों को डराने के लिए एसआई मनोज कुमार ने पिस्टल निकालकर गोली चलानी चाही तो वह जाम हो गई। ऐसे में उन्होंने ठांय-ठांय बोलकर ही डरा दिया। उन्होंने बदमाशों को डराने के लिए मारो-मारो, घेरो-घेरो जैसे शब्द भी खूब जोर से बोले, इससे अपराधी डर गए। मनोज कुमार पिछले 28 साल से विभाग में नौकरी कर रहे हैं।
ये भी पढ़िए:
– अधूरे ही रह गए रावण के ये 7 सपने, इन्हें बनाना चाहता था हकीकत!
– अंग्रेजी गाने पर डांस कर नोरा फतेही ने मचाया इंटरनेट पर धमाल, मिल चुके लाखों लाइक
– 30 लाख की लागत से बना दिया 215 फीट ऊंचा रावण, दशहरे से पहले ही सेल्फी में छाया
– अकबर के फैसले को योगी ने बदला, अब इलाहाबाद का आधिकारिक नाम प्रयागराज