कश्मीरी युवक को आईएस से हमदर्दी रखने के शक में यूएई ने निकाला, पेशे से है इंजीनियर

कश्मीरी युवक को आईएस से हमदर्दी रखने के शक में यूएई ने निकाला, पेशे से है इंजीनियर

आतंकी संगठन आईएस

श्रीनगर। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने एक कश्मीरी युवक को कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस से हमदर्दी रखने के शक में देश से निकाल दिया है। इस युवक को भारत भेज दिया गया है। अब सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं। अधिकारियों ने रविवार को इसका खुलासा किया है। जानकारी के अनुसार, श्रीनगर के चत्तातबल इलाके के निवासी इरफान अहमद जारगार को आतंकी संगठन आईएस से हमदर्दी रखने के शक में निकाल दिया गया।

इरफान को 14 अगस्त को भारत भेजा गया। अब एनआईए उससे पूछताछ कर जानने की कोशिश कर रही है कि वह किस हद तक आतंकी संगठन में रुचि रखता था। जम्मू-कश्मीर पुलिस भी इरफान की जांच में जुटी है। इरफान पेशे से इंजीनियर है। वह सोशल मीडिया पर खूब सक्रिय था। यहां वह आईएस की विचारधारा से जुड़ी सामग्री में रुचि रखता था। उसने कई बार ऐसी प्रतिबंधित सामग्री पसंद की।

उसने आईएस द्वारा इराक और सीरिया में मचाए खूनी खेल को पसंद किया। उसके बाद वह एजेंसियों के निशाने पर आ गया। आतंकी संगठन के प्रति इरफान का रुझान देख यूएई प्रशासन सतर्क हो गया। उसे अपने देश में रखना खतरनाक महसूस होने लगा। इसलिए उसने फैसला किया कि इरफान को भारत ​भेज दिया जाए।

इससे पहले दुबई पुलिस ने इरफान से पूछताछ की। वह जिन सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर सक्रिय था, उनकी जांच की तो एजेंसियां हैरान रह गईं, क्योंकि इरफान इराक और सीरिया में आईएस की हिंसक गतिविधियों को लाइक करता पाया गया। इरफान से कई सवाल पूछने के बाद उसे भारत को सौंप दिया गया है। पुलिस और जांच एजेंसियां यह जानने में जुटी हैं कि इरफान किन गतिविधियों में शामिल रहा और उसका इरादा क्या था।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

'छद्म युद्ध' की चुनौतियां 'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
आर्थिक दृष्टि से अधिक शक्तिशाली भारत अपने दुश्मनों पर और ज्यादा शक्ति के साथ प्रहार कर सकेगा
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'