बिहार में एकजुट है राजग, विधानसभा चुनाव में जीतेगा 200 से अधिक सीटें: नीतीश
बिहार में एकजुट है राजग, विधानसभा चुनाव में जीतेगा 200 से अधिक सीटें: नीतीश
पटना/भाषा। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए प्रचंड जीत की भविष्यवाणी करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि राजग एकजुट होकर लड़ेगा और हम लोग 200 से अधिक सीटें जीतेंगे। कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार को अपनी पार्टी जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में बिहार विधानसभा से एनपीआर-एनआरसी के संबंध में सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित होने और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद महागठबंधन में उनके फिर से लौटने को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बारे में कहा, ‘तरह-तरह की बातें हो रही हैं। मैं आप लोगों को बता देना चाहता हूं कि जैसे लोकसभा चुनाव में (बिहार में) राजग जीता, उसी तरह राजग इस विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीटें जीतेगा।’
उन्होंने विधानसभा के वर्तमान सत्र के दौरान एनपीआर-एनआरसी को लेकर सदन द्वारा सर्वसम्मति से पारित किए जाने की चर्चा करते हुए कहा, ‘हम सभी से आग्रह करेंगे कि प्रेम और भाईचारे का माहौल बनाए रखिए। इसको लेकर हमें कोई विवाद नहीं पैदा करना है। हम लोग अल्पसंख्यक समुदाय के साथ किसी भी प्रकार की उपेक्षा और अन्याय नहीं बर्दाश्त कर सकते हैं।’ नीतीश ने कहा, ‘एनपीआर और एनआरसी की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं। सीएए का मामला उच्चतम न्यायालय के विचाराधीन है और अगर यह असंवैधानिक है तो न्यायालय का फैसला आने का इंतजार करना चाहिए। इसको लेकर समाज में अनावश्यक विवाद और ऐसा माहौल पैदा नहीं करें।’उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि कुछ लोगों के मन में हो कि समाज में वैसा ही माहौल बनाया जाए जैसा आजादी के समय था। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। हम लोगों को भूलना नहीं चाहिए कि देश सबका है, चाहे वे किसी भी धर्म के मानने वाले हों। भले ही कोई देश को तोड़ना चाहे, लेकिन वह नहीं टूटेगा। यह देश एक है और यह एक रहेगा।’ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी पार्टी को बिहार के सभी वर्ग की पार्टी बताते हुए कहा कि यह काम करने वाली पार्टी है, विवाद करने और झगड़ा लगाने वाली पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा काम है लोगों की सेवा करना। और हम सभी से बोलेंगे कि लोगों के बीच निरंतर काम करिए।
उन्होंने अपनी सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए किए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा, ‘हमें वोट की चिंता नहीं है। मर्जी आपकी, आप जिसे वोट दीजिए लेकिन मेरा दायित्व है सबकी सेवा करना, परंतु याद कर लीजिएगा कि 15 साल राज (राजद शासनकाल) और उससे पहले कांग्रेसी राज को, क्या दिया उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय को? नीतीश ने कहा कि हम लोगों ने कमजोर तबकों को मुख्यधारा से जोड़ने, महिलाओं के उत्थान के लिए, दलित, अतिपिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग सहित समाज के सभी वर्ग के वास्त के काम किया और संकल्प एक ही है ‘बिहार का विकास’।
बिहार में बेरोजगारी को लेकर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के राज्य व्यापी दौरे के बीच नीतीश ने कहा कि बहुत लोग रोजगार की बात करते हैं पर उन्हें बताना चाहिए कि पहले इसकी स्थिति क्या थी। उन्होंने रोजगार को लेकर लोगों के अन्य प्रदेशों में पलायन के आरोप पर कहा कि देश एक है। उन्होंने कहा कि हर हिंदुस्तानी को देश के किसी भी हिस्से में जाकर रोजगार करने का हक है, इसलिए इसको प्रवासन नहीं कहा जाएगा।
उन्होंने पलायन में आई कमी का उदाहरण दिया और कहा कि दिल्ली में बिहार के लोग इतनी संख्या में काम करते हैं कि अगर किसी दिन बिहार के लोगों ने सोच लिया कि आज हम काम नहीं करेंगे तो पूरा का पूरा दिल्ली ठप हो जाएगा। हम इस ताकत का सम्मान करते हैं। नीतीश ने सात निश्चय कार्यक्रम और जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत हुए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि अगली बार मौका मिला तो हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचा देंगे। उन्होंने जातिगत जनगणना और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की अपनी पुरानी मांग दोहराई।