अमेठी के जरिए कांग्रेस की नब्ज पर चोट करने की जुगत में भाजपा
अमेठी के जरिए कांग्रेस की नब्ज पर चोट करने की जुगत में भाजपा
लखनऊ/भाषा। कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देने वाली भाजपा की खास नजर आसन्न लोकसभा चुनाव में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की परम्परागत अमेठी सीट छीनकर कांग्रेस की नब्ज पर चोट करने पर है।
भाजपा की कोशिश है कि खासकर अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को हराकर इस पार्टी को सबसे बड़ी चोट दी जाए्। राहुल के अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव ल़डने के ऐलान को भाजपा उनके ‘पलायन’ के तौर पर पेश कर रही है।भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को बिजनौर में एक जनसभा में कहा ’’राहुल गांधी केरल की ओर भागे हैं, अमेठी की ओर नहीं। सबको मालूम है कि अमेठी में इस बार उनका हिसाब-किताब चुकता होने वाला है। भाजपा जहां पिछले १५ साल से सांसद राहुल पर अमेठी के विकास पर ध्यान ना देने का आरोप लगाकर उनकी नाकामियां गिना रही है, वहीं कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने पिछले पांच साल में अमेठी को कुछ देने के बजाय उससे काफी कुछ छीना ही है।
अमेठी लोकसभा क्षेत्र के भाजपा संयोजक राजेश अग्रहरि ने भाषा से बातचीत में कहा राहुल जी इस बार चुनाव हार जाएंगे। पिछली बार १५ दिन की तैयारी में ही भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी। इस बार तो स्मृति ने पांच साल काम किया है। अमेठी के लोगों का जीवन आसान हुआ है।
दूसरी बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कोई भी सत्ता विरोधी लहर में घेर नहीं पा रहा है।उन्होंने कहा मोदी सरकार की उपलब्धियों और भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी के लगातार काम और 41 दौरों के बलबूते हम जनता के बीच जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रति अमेठी की धारणा पूरी तरह बदल चुकी है।