हमें परमात्मा से मांगना नहीं, अपितु जो मिले, उससे ख़ुश रहना चाहिए: गुरुवानंदस्वामी

निर्माणाधीन सालासर बालाजी मंदिर का आंजनैय महोत्सव

हमें परमात्मा से मांगना नहीं, अपितु जो मिले, उससे ख़ुश रहना चाहिए: गुरुवानंदस्वामी

सालासर बालाजी मंदिर में सदस्यों ने किया शिलापूजन

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के बीटीएम लेआउट स्थित रांका काॅलाेनी में सालासर बालाजी सेवा समिति के तत्वावधान में निर्माणाधीन सालासर बालाजी मन्दिर निर्माण स्थल पर तीन दिवसीय आंजनैय महाेत्सव के अंतर्गत रविवार काे पंडित बालकृष्ण शास्त्री के दिशा निर्देशन में मंत्राेच्चार द्वारा विधिवत शिलापूजन, हवन, यज्ञ आहूति आदि धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुए जिनमें बड़ी संख्या में सदस्यगण शामिल हुए। 

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शाम काे मंदिर प्रांगण में सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुवानंदस्वामीजी के सान्निध्य में गुरु आशीर्वाद व कल्याणकारी प्रार्थना का कार्यक्रम आयाेजित किया गया। समिति के अध्यक्ष प्रमाेद मुरारका, उपाध्यक्ष सतीश मित्तल, सचिव मनीत साेमानी, निर्माण समिति चेयरमैन संजय शाह, काेषाध्यक्ष राजकमल गनेरीवाल, विमल केडिया, प्रमाेद टांटिया, प्रभात किशनपुरिया, राजकुमार सिपानी, महेश खेतान, महेश मित्तल, कैलाश अग्रवाल आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। 

इस माैके पर समिति के अध्यक्ष प्रमाेद मुरारका ने सभी का स्वागत करते हुए गुरुदेव का अभिनंदन किया। उन्हाेंने कहा कि गुरुदेव के करकमलाें से शिलापूजन हाेना अपने आप में एक साैभाग्य की बात है। संजय शाह ने कहा कि सालासर बालाजी के मंदिर का निर्माण कार्य जाेराें पर चल रहा है और सभी भक्ताें के सहयाेग से यह कार्य प्रगति पर है। गुरुवानंदजी के सान्निध्य से इस दैवीय कार्य काे और गति मिलेगी।

तकलीफ में दूसरों का साथ देना सच्ची मानवता

आशीर्वाद व कल्याणकारी प्रार्थना कार्यक्रम में ब्रह्मर्षि गुरुवानंदस्वामीजी ने उपस्थित श्रद्धालुओं काे संबाेधित करते हुए कहा कि आप सभी के प्रेम से मैं बहुत खुश हूं, आपका प्रेम ही मुझे अपनी तपस्या और सिद्धि की ताकत देता है। इस दुनिया मे काेई भी परेक्ट नहीं हाेता है। गलती किसी से भी हाे सकती है, गलती हाेने पर भी उसकाे अकेला मत छाेड़ाे, उसकाे अपनाकर उसकी बुराइयाें काे एकत्रित कर उसकी समीक्षा करके उसकी गलतियाें काे सुधारने में सहयाेगी बनना ही सच्चे साथी का लक्षण हाेता है। 

गुरुदेव ने कहा कि किसी काे कभी तकलीफ आए ताे उसका साथ देना ही सबसे बड़ी मानवता व सज्जनता है। वीर हनुमान ने प्रभु श्रीराम का हमेशा साथ दिया और श्रीराम ने हनुमान काे कभी भी अकेला नहीं छाेड़ा, तभी आज इस भगवान और भक्त की जाेड़ी काे याद किया जाता है। भगवान श्रीराम पर जब जब कष्ट आया, तब तब हनुमान उनके साथ थे और हनुमानजी ने कभी भी काम का श्रेय नहीं लिया अपितु हमेशा अपने आपकाे प्रभु श्रीराम का दूत मानते हुए सारा श्रेय रामजी काे ही दिया। हनुमानजी ही केवल ऐसे भक्त है जिन्हाेंने कभी भी अपने द्वारा किए गए कार्याें का श्रेय नहीं लिया और निस्वार्थ भाव से प्रभु के सभी कार्याें काे पूरा किया। हमें भी अपने संसारिक जीवन में हनुमान की भांति ही निस्वार्थ भाव से कार्य करना सीखना चाहिए।

गुरुवानंदजी ने कहा कि इस संसार में हनुमान ताे बहुत है पर कमी है ताे जामवंत की। इंसान काे अपने जीवन में हमेशा जामवंत की भांति धैर्य रखना है, अहंकार का भाव कभी नहीं आने देना चाहिए। हमें परमात्मा से मांगना नहीं चाहिए, परमात्मा से जाे मिल जाए उससे खुश रहना चाहिए। जब काेई असहाय हाे जाता है तब उसका साथ देना ही मनुष्य का स्वभाव हाेना चाहिए। पत्थर काे परमात्मा बना देना ही सिद्धि है। गुरुवानन्द स्वामी ने मन्दिर कमेटी काे सालासर बालाजी मन्दिर निर्माण के लिए बधाई दी।

मंदिर गर्भगृह की पूजा

साेमवार काे सुबह के मुहूर्त में ब्रह्मर्षि गुरुवानंदस्वामीजी के करकमलाें से गर्भगृह की पूजा की गई। पंडित बालकृष्ण शास्त्री के दिशा निर्देशन में मंत्राेच्चार किए गए। इस माैके पर उपस्थित बेंगलूरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या व क्षेत्र के विधायक सतीश रेड्डी आदि ने शिलापूजन किया। मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन संजय शाह ने बताया कि निर्माणाधीन सालासर मंदिर अयाेध्या में बने भगवान श्रीराम मंदिर जैसा ही विशाल व भव्य हाेगा जिसके लिए उनकी पूरी टीम दिन-रात मेहनत कर रही है। उन्हाेंने बताया कि शहर के जाने माने वास्तुकार चेतन साेमपुरा की देखरेख में मंदिर का निर्माण व मंदिर में कलाकृतियाें काे उकेरा जा रहा है।

हिंदू मंदिर ही हमारी संस्कृति के प्रतीक: तेजस्वी सूर्या

गर्भगृह पूजा के माैके पर सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि हनुमानजी से बल और बुद्धि देने वाले हैं और बेंगलूरु में उनका सालासर मंदिर बनना बेंगलूरु के विकास का द्याेतक है। उन्हाेंने कहा कि हमारे हिन्दू मंदिर ही हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं। विधायक सतीश रेड्डी ने सालासर मंदिर निर्माण के लिए हर संभव सहयाेग देने का आश्वासन दिया।

इस माैके पर उपस्थित सभी अतिथियाें का समिति की ओर से सम्मान किया गया। सालासर बालाजी मंदिर के गर्भगृह पूजा के माैके पर अग्रवाल समाज कर्नाटक, माहेश्वरी समाज, स्वास्तिक सेवा संघ, गाैड़ ब्राह्मण संघ, जीण माता सेवा समिति, आपणाे परिवार, दादी धाम प्रचार समिति, दादी परिवार, मारवाड़ी युवा मंच, सबका साथ-सबका विकास मंच सहित अनेक सभा संस्थाओं का सहयाेग रहा। 

मंदिर कमेटी की ओर से सभी भक्ताें काे धन्यवाद दिया गया। इस अवसर पर प्रमाेद टांटिया, विमल केडिया, महेश खेतान, अतुल सुरेखा, नवीन गिरिया, महेंद्र दफ्तरी आदि भी उपस्थित थे। समिति की ओर से सभी उपस्थित जनाें काे धन्यवाद दिया गया।

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