72 साल के हुए स्टालिन, बोले- 'हिंदी थोपने' का विरोध ही उनके जन्मदिन का संदेश
स्टालिन ने अपने परिवार के सदस्यों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ केक काटा

Photo: MKStalin FB Page
चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन शनिवार को 72 साल के हो गए। द्रमुक अध्यक्ष ने अपने जन्मदिन संदेश में राज्य की स्वायत्तता, दो-भाषा नीति और 'हिंदी थोपे जाने के विरोध' के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
स्टालिन ने अपने परिवार के सदस्यों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ केक काटा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को 'एक लक्ष्य' की शपथ दिलाई, जो कि तमिलनाडु के हितों की रक्षा करना और भविष्य में 'हिंदी थोपे' जाने का विरोध करना है।स्टालिन ने कहा, 'तमिलनाडु पोराडुम, तमिलनाडु वेल्लुम' (तमिलनाडु लड़ेगा, तमिलनाडु जीतेगा), जिसे पार्टी कार्यकर्ताओं ने दोहराया।
यहां द्रमुक मुख्यालय 'अन्ना अरिवालयम' में उत्सव का माहौल था, क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में अपने पार्टी प्रमुख का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। द्रमुक कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने सोशल मीडिया पर स्टालिन को बधाई देने के लिए 'द्रविड़ नायक' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।
स्टालिन ने अपने जन्मदिन संदेश में राज्य की स्वायत्तता के सिद्धांतों, 'हिंदी थोपे' जाने के विरोध और दो भाषा नीति के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया तथा दोहराया कि वे मां तमिल की रक्षा करेंगे और तमिलनाडु के अधिकारों को बरकरार रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हिंदी थोपे जाने का उसी जोश से विरोध किया, जैसा उन्होंने वर्ष 1971 में पार्टी कॉन्फ्रेंस में दिखाया था, जब वे सिर्फ 18 साल के थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आरएन रवि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्टालिन को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरु एमके स्टालिन को जन्मदिन की बधाई। वे दीर्घायु पाएं और स्वस्थ जीवन जिएं।'