रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोले मोदी- 'भारत तटस्थ नहीं, शांति के पक्ष में है'
मोदी ने कहा कि भारत युद्ध के मुद्दे पर तटस्थ नहीं रहा है

Photo: narendramodi FB Page
वॉशिंगटन/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में युद्ध समाप्त कराने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों का स्वागत किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं निकाला जा सकता तथा शांति लाने के लिए वार्ता और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है।
व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ अपनी व्यापक वार्ता के बाद मोदी ने कहा कि भारत, युद्ध के मुद्दे पर तटस्थ नहीं रहा है और वह शांति के पक्ष में है।उन्होंने ट्रंप के साथ संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'मैं हमेशा रूस और यूक्रेन के साथ निकट संपर्क में रहा हूं। मैंने दोनों देशों के नेताओं से मुलाकात की है। दुनिया को लगता है कि भारत तटस्थ रहा है, लेकिन मैं दोहराना चाहता हूं कि भारत तटस्थ नहीं रहा है।'
उन्होंने कहा, 'वास्तव में भारत शांति के पक्ष में रहा है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं युद्ध को समाप्त करने के लिए संभावित समाधान खोजने की दिशा में डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों का समर्थन करता हूं।'
मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दिए अपने संदेश को भी याद किया कि यह युद्ध का समय नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब मैं राष्ट्रपति पुतिन से मिला था, तो मैंने यहां तक कहा था कि 'यह युद्ध का समय नहीं है।' मैंने यह भी कहा था कि समाधान युद्ध के मैदान में नहीं खोजा जा सकता। समाधान तभी निकल सकता है, जब सभी पक्ष बातचीत के लिए मेज पर बैठें।'
उन्होंने कहा, 'भारत का मानना है कि युद्ध का समाधान तभी निकल सकता है, जब इस मुद्दे पर ऐसे मंच पर चर्चा की जाए, जहां दोनों देश (रूस और यूक्रेन) उपस्थित हों।'
बुधवार को ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पुतिन के साथ लंबी और सार्थक बातचीत की तथा वे युद्ध समाप्त करने के लिए वार्ता की दिशा में आगे बढ़ने पर सहमत हुए हैं।