गाजीपुर: जनसभा में बोले प्रधानमंत्री- 'वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है'
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया
मोदी ने कहा कि काम लटकाने और हक मारने में तो कांग्रेस को महारत हासिल है
गाजीपुर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गाजीपुर की धरती पराक्रम और शौर्य की गाथाएं बताती है। गाजीपुर की परंपरा और यहां का गमहर गांव, ये नाम ही काफी हैं। जहां हर घर से जांबाज निकलते हों, यह गौरव गाजीपुर के अलावा किसी को मिला है क्या? पूरा देश इस मिट्टी का ऋणी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडि गठबंधन वालों ने गाजीपुर के साथ विश्वासघात किया है। आजादी के बाद कांग्रेस ने कसम खा ली थी कि इस क्षेत्र का विकास नहीं करेगी। यहां के लोग गरीबी में घुट-घुट कर जीने को मजबूर रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां की तकलीफ को सबसे पहले हमारे गहमरी बाबू ने उठाया था। उन्होंने संसद में नेहरूजी को यहां की स्थिति बताई और आंखों में आंसू के साथ बाबूजी ने कहा कि कैसे यहां के लोग जानवरों के गोबर से गेहूं चुनकर खाते थे।
प्रधानमंत्री ने पूछा कि कांग्रेस पार्टी ने क्या किया? उसमें भी राजनीति के मौके तलाश लिए। आज मुझे संतोष है कि हमारी सरकार घर हर गरीब को मुफ्त राशन दे रही है। काम लटकाने और हक मारने में तो कांग्रेस को महारत हासिल है। इन्होंने सेना के वीर जवानों को वन रैंक, वन पेंशन तक नहीं मिलने दी। यह तब लागू हुई, जब मोदी आया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने जो काम किए, उससे गरीब का जीवन बदला। सिर्फ 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। यह इसलिए हुआ, क्योंकि आपके वोट ने मोदी को मजबूत किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने 4 करोड़ परिवारों को पीएम आवास दिए, 50 करोड़ गरीबों के खाते खुलवाए, हर गांव तक बिजली पहुंचाई, हर घर जल पहुंचा रहे हैं। आज किसी गरीब को इलाज के लिए अपनी जमीन नहीं बेचनी पड़ती है, क्योंकि उसके पास आयुष्मान कार्ड है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर मेरी माताओं को बीमारी सहनी है तो इस बेटे का दिल्ली में बैठने का क्या मतलब है? इसलिए आपके इस बेटे ने तय किया कि अब गरीब को बीमारी में इलाज की जिम्मेदारी मोदी उठाएगा। आज आयुष्मान योजना करोड़ों परिवारों को मुसीबत में सहायता देती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा के दौर में उप्र में यह हाल था कि माफिया लालबत्ती में घूमते थे, खुली जीप में कानून को चेतावनी देते थे। विरोधियों को खुलेआम गोलियों से भून दिया जाता था। दंगों को उप्र की पहचान बना दिया गया था। सपा की सरकार में हर महीने दो-तीन दंगे होते थे। इसका नुकसान गरीबों को होता था। अब योगी सरकार में दंगे भी बंद हैं और दंगाई भी बंद हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडि गठबंधन वाले एससी-एसटी-ओबीसी के आरक्षण की लूट में एक साथ खड़े हैं। यह मोदी इनके सामने सीना तानकर खड़ा है। मैं गारंटी देता हूं कि जब तक मोदी जिंदा है, एससी-एसटी-ओबीसी का आरक्षण किसी हालत में उनको छीनने नहीं दूंगा। मैं धर्म के आधार पर खेल खेलने नहीं दूंगा। वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है।