पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे: शाह

केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल के हुगली में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया

पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे: शाह

शाह ने कहा कि राहुल छुट्टी मनाने थाईलैंड चले जाते हैं, मोदी सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाते हैं

हुगली/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के हुगली में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं, जिनमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी राहुल बाबा को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। वहीं, दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्मे इस देश के नेता नरेंद्र मोदी हैं।

शाह ने कहा कि एक ओर थोड़ी गर्मी बढ़ते ही थाईलैंड छुट्टी मनाने जाने वाले राहुल बाबा हैं, दूसरी ओर 23 साल से दीपावली के दिन भी सेना के जवानों के साथ मिठाई खाने वाले नरेंद्र मोदी हैं।

शाह ने कहा कि आपको इंडि गठबंधन की 'चीनी गारंटी' और मोदी के ठोस वादों के बीच चयन करना होगा। आपको घुसपैठ और सीएए के तहत नागरिकता की गारंटी के बीच चयन करना होगा। आपको 'विकास के लिए वोट' और 'जिहाद के लिए वोट' के बीच चयन करना होगा।

शाह ने कहा कि ममता दीदी और कांग्रेस धारा 370 हटाने का विरोध करते हैं। जब मैंने पूछा, तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। यह नरेंद्र मोदी का शासन है, पांच साल हो गए, खून की नदियां तो छोड़ो, कंकर चलाने की भी किसी की हिम्मत नहीं है। नरेंद्र मोदी ने धारा 370 हटाकर पूरे कश्मीर को हमेशा के लिए भारत के साथ जोड़ दिया।

शाह ने कहा कि मणिशंकर अय्यर और फारुख अब्दुल्ला कहते हैं कि पीओके की बात मत करो, क्योंकि पाकिस्तान के पास एटम बम है। मैं कहना चाहता हूं कि राहुल बाबा, ममता दीदी, आपको डरना है तो डरिए, लेकिन यह पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे।

शाह ने कहा कि 'वोट-बैंक के डर' के कारण, न तो कांग्रेस नेता और न ही ममता बनर्जी अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के पवित्र कार्यक्रम में शामिल हुए। इंडि गठबंधन के नेताओं को आपसे और देश से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें सिर्फ सत्ता और राजनीतिक लाभ की चिंता है। यह जानना शर्मनाक है कि घुसपैठिए ही ममता बनर्जी के लिए वास्तविक वोटबैंक हैं।

शाह ने कहा कि ममता दीदी खुद तो संविधान की धज्जियां उड़ाती हैं और यहां से दीदी के नुमाइंदे कल्याण बनर्जी, उपराष्ट्रपति के संवैधानिक पद का मखौल उड़ाने का काम कर रहे हैं। मोदी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं, ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे ... लेकिन उस सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया? 

उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपए दिए थे। जबकि मोदी ने 10 साल में 9 लाख 25 हजार करोड़ रुपए देने का काम किया। लेकिन यह पैसा आप तक नहीं पहुंचा, क्योंकि 9 लाख करोड़ रुपए ... गुंडे खा गए। 

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