46 वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवाएं देश के सभी रेल विद्युतीकृत राज्यों तक पहुंचीं
15 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया था
वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी शुरुआत से ही यात्रियों के बीच लोकप्रिय रही है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन सेट के आगमन का प्रतीक है, जिसने अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं और यात्रा के समय को कम करने के साथ रेल यात्रा अनुभव की धारणा में क्रांति ला दी।
जनवरी 2019 में, भारतीय रेलवे ने इसकी मेड-इन-इंडिया स्थिति को स्वीकार करते हुए स्वदेशी रूप से निर्मित ट्रेन-18 को वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दिया। 15 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया था।अब तक, पूरे देश में 46 वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाएं बेहतर आवागमन के साथ चल रही हैं। कुल 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को शामिल करते हुए, वंदे भारत एक्सप्रेस का बेड़ा अपनी समय बचाने वाली सुविधा के कारण लगातार बढ़ रहा है, जो अन्य ट्रेनों की तुलना में औसतन एक घंटे की बचत करता है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी, 2022 को अपने बजट भाषण के दौरान घोषणा की थी कि बेहतर ऊर्जा दक्षता और यात्री सवारी अनुभव वाली 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें विकसित और निर्मित की जाएंगी। जुलाई 2022 तक, 102 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए एक निविदा प्रदान की गई और 200 वंदे भारत ट्रेनों के लिए एक और निविदा जारी की गई है।
46 सेवाएं गंतव्यों पर विद्युतीकृत रेल नेटवर्क पर चलती हैं, और रेल नेटवर्क के विद्युतीकृत होने के बाद वे जल्द ही बचे हुए कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी पहचान बना लेंगी। 28 जून, 2023 तक विद्युतीकृत रेल नेटवर्क वाले सभी राज्यों में वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा है और भारतीय रेलवे 100 प्रतिशत विद्युतीकृत ब्रॉड गेज नेटवर्क प्राप्त करने के लिए मिशन मोड में आगे बढ़ रहा है। देशभर के शेष कुछ राज्यों में विद्युतीकरण और लगातार बढ़ते रेल नेटवर्क विस्तार के बाद जल्द ही वंदे भारत कनेक्टिविटी होगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी शुरुआत से ही यात्रियों के बीच लोकप्रिय रही है। इसका प्रमाण 01 अप्रैल, 2022 से 21 जून, 2023 के बीच की अवधि के लिए देशभर में चलने वाली वर्तमान वंदे भारत ट्रेनों पर 100 प्रतिशत ऑक्यूपेन्सी दर है।
2140 यात्राएं करते हुए, 25,20,370 यात्री 1 अप्रैल, 2022 से 21 जून, 2023 तक वंदे भारत एक्सप्रेस में सवार हुए हैं। इसके अलावा, इसी अवधि के लिए पुनर्निर्धारित बर्थ का आंकड़ा 25,23,538 है।
इसके अतिरिक्त, वंदे भारत एक्सप्रेस कई प्रीमियम सुविधाओं से लैस है, जिसमें ऊर्जा-कुशल होना और इसे कम कार्बन फुटप्रिंट के साथ पर्यावरण के प्रति लाभदायक बनाना और यात्रियों को सुंदर दृश्यों का आनंद लेने के लिए पर्याप्त लेगरूम शामिल है। इसके कोच मनोरंजन के लिए इंफोटेनमेंट सिस्टम, हर सीट के लिए मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, स्वचालित प्लग दरवाजे और कोच में प्रकाश व्यवस्था से सुसज्जित हैं।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इन ट्रेन सेटों में कवच प्रणाली लगाई गई है। स्पर्श-मुक्त शौचालय प्रणालियां स्वच्छ और अधिक संसाधन युक्त इकाई को सक्षम बनाती हैं, जिससे उसमें सवार यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ जाती है। ये दिव्यांगजन-अनुकूल कोच भी हैं, जो सुगम यात्रा सुविधा और समग्र अनुभव को अधिक समावेशी बनाने के लिए ब्रेल प्रणाली से सुसज्जित हैं।
सरकार वंदे मेट्रो विकसित करने का भी प्रयास कर रही है, जो यात्रियों को विश्व स्तरीय शटल जैसा अनुभव प्रदान करेगी।