अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों को लेकर एक बार फिर से चर्चा तेज
अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों को लेकर एक बार फिर से चर्चा तेज
चेन्नई। मंगलवार को एक बार फिर से इस बात को लेकर चर्चा तेज रही कि अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम गुट एक होंगे। इस बात को लेकर चर्चा तेज होने का कारण यह था कि दोनों गुटों के नेताओं ने अपने-अपने गुटों के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी के पलानीसामी ने राज्य सचिवालय में अपने आठ मंत्रियों के साथ बैठक बुलाई। राज्य सचिवालय में अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने शहर के रोयापेटा स्थित अन्नाद्रमुक मुख्यालय में अपना समर्थन करने वाले विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।मुख्यमंत्री के साथ बैठक के दौरान राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री केएस सेंगोट्टैयान, नगरपालिका प्रशासन मंत्री एसपी वेलूमणि और राज्य के वन मंत्री डिंडिगल श्रीनिवासन भी उपस्थित थे। हालांकि इस बैठक के दौरान किन मुद्दों पर चर्चा की गई इसके बारे में आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की गई है लेकिन सूत्रों के अनुसार इस दौरान पार्टी के उपमहासचिव टीटीवी दिनाकरण की बढती गतिविधियों के मद्देनजर आगे की रणनीतियों पर चर्चा की गई। इस बैठक के दौरान इस बात पर विशेष रुप से चर्चा की गई कि दिनाकरण द्वारा यदि पार्टी के मामलों में दखल दिया जाता है तो आगे क्या कदम उठाया जाएगा।
कुछ इसी प्रकार से पन्नीरसेल्वम ने भी अपने ग्रीनवेज स्थित आवास पर अपना समर्थन करने वाले विधायकों के साथ बैठक की। पन्नीरसेल्वम की अध्यक्षता में बुलाई गई इस बैठक के दौरान अन्नाद्रमुक (पुरुचीतलवी अम्मा) के नेता सी पोन्नैयन, ई मधुसूदनन, मनोज पांडियन और नाथम विश्वनाथन उपस्थित थे। इस दौरान खेमे का समर्थन करने वाले कुछ जिलों के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया था। बैठक दोपहर लगभग २ बजे शुरु हुई और एक घंटे तक चले। बैठक के बाद पन्नीरसेल्वम खेमे के नेता विश्वनाथन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बैठक के दौरान पार्टी की भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई।हालांकि अन्नाद्रमुक के दोनों खेमों के नेताओं की यह बैठक अलग-अलग हुई लेकिन उसके बाद से सत्ता के गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा शुरु हो गई कि पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम जल्द ही एक साथ आ सकते हैं। अन्नाद्रमुक के रोयापेटा स्थित मुख्यालय पर भी मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ किन मुद्दों पर बातचीत की इसके बारे मेंे मीडिया कोेई जानकारी नहीं दी गई। इस दौरान पलानीसामी का समर्थक करने वाले सभी विधायक मौजूद थे। ज्ञातव्य है कि इससे पूर्व पलानीसामी ने पार्टी मुख्यालय में आखिरी बार २१ जून को पहुंचे थे और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को अपना समर्थक देने की घोषणा की थी।उल्लेखनीय है कि अन्नाद्रमुक के उप महासचिव टीटीवी दिनाकरण ने सोमवार को पार्टी के जिला सचिवों को आगामी ५ अगस्त को जिला मुख्यालय में पार्टी की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। ५ जून से ही दिनाकरण अपने आप को सत्तारुढ मामलों से दूर रखे हुए हैं और यह पहला मौका है जब उन्होंने अपनी गतिविधियां तेज करते हुए पार्टी के जिला सचिवों को आमंत्रित किया है। दिनाकरण द्वारा पार्टी के जिला सचिवों को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने को सीधे-सीधे पलानीसामी खेमे को चुनौती के रुप में देखा जा रहा है।