हिजाब विवाद के पीछे पीएफआई सहित तीन संगठन : राम सेना
उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी में हिजाब पर प्रतिबंध का विरोध कर रहीं छह मुस्लिम छात्राएं कापू गांव से
बेलगावी/दक्षिण्ा भारत/ श्री राम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक के कॉलेज परिसरों में हिजाब विवाद के पीछे पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) सहित तीन कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हैं।
श्री मुतालिक ने पत्रकारों को बताया कि शत प्रतिशत हिजाब विवाद के पीछे तीन कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हैं। पीएफआई, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन इस खतरनाक खेल को खेल रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में कक्षा जारी रहने के दौरान हिजाब पर प्रतिबंध का विरोध कर रहीं छह मुस्लिम छात्राएं कापू गांव से हैं और एसडीपीआई के तीन नेताओं ने उनका ब्रेनवॉश किया है, जिन्होंने हाल ही में कापू में स्थानीय चुनाव में जीत हासिल की थी। उन्होंने आरोप लगाया,यह एक बहुत ही खतरनाक घटनाक्रम है क्योंकि एसडीपीआई सदस्यों के खिलाफ हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज है।
विरोध प्रदर्शन में शामिल मुस्लिम छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई में देरी के लिए राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मुतालिक ने तर्क दिया कि न्यायालय विरोध करने वाली मुस्लिम छात्राओं द्वारा दायर याचिका को भी खारिज कर देगी, क्योंकि अगर कॉलेज में हिजाब की अनुमति है, तो हिंदू छात्राएं भगवा शॉल पहनेंगी जिससे आगे चलकर कॉलेज का माहौल खराब होगा।
श्री मुतालिक ने कहा,बात सिर्फ हिजाब का नहीं है, बल्कि मुद्दा इस्लामी ताकत के नंगे प्रदर्शन का है, जिसे रोका जाना चाहिए।