कुमारस्वामी ने 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में भाजपा से हाथ मिलाने की संभावना से इंकार किया

कुमारस्वामी ने 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में भाजपा से हाथ मिलाने की संभावना से इंकार किया

पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी

बेंगलूरु/दक्षिण भारत । कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (एस) के वरिष्ठ नेता एचडी कुमारस्वामी ने राज्य में 5 दिसंबर को विधानसभा की 15 सीटों पर उपचुनाव को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के साथ हाथ मिलाने की संभावना से इनकार किया। शनिवार को यहां बेंगलूरु प्रेस क्लब और रिपोर्टर्स गिल्ड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में कुमारस्वामी ने कहा, मेरी पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी और मैं इस सांप्रदायिक पार्टी की ओर कोई नरम रुख नहीं दिखा रहा हूं्।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया, मैंने कहा था कि वर्तमान स्थिति में, जब राज्य बाढ़ की गंभीर स्थिति से जूझ रहा है और प्रभावित जिलों में लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, इस सरकार को गिराने और नए चुनाव के लिए प्रयास करना सही नहीं है। लोगों के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और इस संदर्भ में मैंने कहा था कि मैं इस बात की इजाजत नहीं दूंगा कि भाजपा सरकार गिरे। लेकिन इसे गलत अर्थ देकर यह बताया गया कि सत्ता पक्ष के प्रति मेरे मन में नरमी है। वास्तव में यह सच्चाई से बहुत दूर है। कुमारस्वामी ने कहा कि सत्तारूढ़ दल में मौजूद राजनीतिक उथल-पुथल से इस बात की पूरी संभावना है कि भाजपा बहुमत खो सकती है। उन्होंने इसके पीछे अयोग्य विधायकों की रिक्त विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा द्वारा आवश्यक सीटें न जीत पाने जैसी स्थिति का भी उल्लेख किया।
हालांकि, मामला उच्चतम न्यायालय में है और कुछ दिनों में फैसला आने की उम्मीद है। कुमारस्वामी ने कहा कि कुछ मंत्री ऐसे समय में भ्रामक बयान दे रहे हैं, जब उन्हें बाढ़ से प्रभावित लोगों के पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत मिल रही है और वे शांतिपूर्ण जीवन जी रहे हैं, तो मैं भाजपा के साथ हाथ मिलाने या पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को समर्थन देने के लिए तैयार हूं्।
पर्यटन मंत्री सीटी रवि के हालिया बयान, कि पर्यटन नीति का मसौदा तैयार है और इसे लागू करना मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर निर्भर करता है, कुमारस्वामी ने कहा कि इस तरह के बयान भ्रामक हैं और मध्यावधि चुनाव की संभावना का समर्थन करते हैं। मौजूदा स्थिति में चुनाव महत्वपूर्ण नहीं है। एक सवाल का जवाब देते हुए कुमारस्वामी ने कहा, मुझे भाजपा के प्रति नरम रुख रखने की जरूरत नहीं है चूंकि उन्होंने मेरे कार्यकाल के दौरान कथित फोन टैपिंग की जांच सीबीआई को सौंप दी है अथवा जद (एस) के कुछ विधायकों के कथित तौर पर भाजपा में शामिल होने के कारण्। उन्होंने कहा, मैं सीबीआई जांच से नहीं डरता हूं और इन खतरों के लिए भाजपा के प्रति नरमी बरतना जरूरी नहीं है।

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