‘जय महाराष्ट्र’ नारे पर प्रतिबंध पर फडनवीस ने जताई नाराजगी
‘जय महाराष्ट्र’ नारे पर प्रतिबंध पर फडनवीस ने जताई नाराजगी
बेंगलूरु। राज्य के शहरी विकास मंत्री रोशन बेग के ’’जय महाराष्ट्र’’ नारा कर्नाटक में नहीं लगाने के बयान को लेकर शिवसेना ने बेग के फैसले के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है और इसके कार्यकर्ताओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन का सहारा लिया है। बेग ने जय महाराष्ट्र के नारे पर प्रतिबंध के बारे में पिछले हफ्ते घोषणा की थी और कहा था कि अगर वे नारे लगते हैं तो निर्वाचित प्रतिनिधियों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। इस निर्णय ने बेलगावी में मराठी-भाषी आबादी के बीच ब़डे पैमाने पर असंतोष पैदा कर दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फ़डनवीस ने बेग के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है और इस मुद्दे पर कर्नाटक सरकार और केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा है।फ़डनवीस ने चेतावनी दी है कि यदि कर्नाटक सरकार आदेश को वापस नहीं लेती है, तो उनकी सरकार सर्वोच्च न्यायालय जाएगी। राज्यों के सीमा विवाद में समन्वय की जिम्मेदारी निभा रहे महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने इस फैसले को ’’असंवैधानिक’’ बताया है। इस बीच बेलगावी में एहतियाती तौर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बेलगावी की मराठी भाषी आबादी पांच दशक से अधिक समय से महाराष्ट्र में अपने क्षेत्र के विलय के लिए ल़ड रही है।ॅद्बंश्चॅफ् ·र्ष्ठैं फ्ख्रडद्भह्र द्मष्ठ ्यप्द्यह्थ् झ्श्नख्रप्रय्श्चद्म ्य·र्ैंद्भय्महाराष्ट्र एकीकरण समिति के सदस्यों ने गुरुवार को बेलगावी में एक रैली निकाली और शहरी विकास मंत्री रोशन बेग के हालिया बयान के विरोध में नारे लगाए। रैली में विधायक, जिला पंचायत और तालुक पंचायत सदस्य, नगर निगम और नगरपालिका परिषद के सदस्य और कार्यकर्ता और ब़डी संख्या में महिलाएं शामिल थे। उन्होंने मंत्री के खिलाफ नारे लगाते हुए ’’जय महाराष्ट्र’’ के नारे लगाए।