क्या विमान दुर्घटना में हुई थी नेताजी सुभाष की मृत्यु? अब अस्थियों के डीएनए पर विवाद
क्या विमान दुर्घटना में हुई थी नेताजी सुभाष की मृत्यु? अब अस्थियों के डीएनए पर विवाद
नई दिल्ली/वार्ता। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पौत्र चंद्र कुमार बोस ने कहा है कि जापान के एक मंदिर में रखी गईं नेताजी की कथित अस्थियों की प्रमाणिकता के लिए उनका डीएनए परीक्षण होना चाहिए। बोस ने ट्वीट किया नेताजी की कथित अस्थियों को भारत लाने की ब्रिटश सांसद कीथ वाज की भावना की सराहना करता हूं।
उन्होंने कहा, मैं यह बताना चाहता हूं कि इस बारे में कोई ठोस प्रमाण नहीं है जिससे साबित होता है कि यह अस्थियां नेताजी की ही हैं। फर्जी अस्थियां लाई जाती हैं तो यह एक अपवित्र कार्य होगा। भारतीय जनता पार्टी के नेता तथा नेताजी के पौत्र ने सुभाष चंद्र बोस की अस्थियां भारत लाने से जुड़ी मीडिया की खबरों को लेकर किए गए अपने इस ट्वीट संदेश को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया है।उन्होंने कहा है कि गलत या अप्रामाणिक राख लाना अनुचित होगा। मीडिया की खबरों के अनुसार भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ ने एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान लंदन में कहा था कि यदि नेताजी की राख जापान से भारत लाई जाती है तो उन्हें इससे बहुत खुशी होगी।
लेखक आशीष राय की पुस्तक ‘द कंट्रोवर्सी ओवर सुभाष चंद्र बोस डेथ’ के विमोचन के मौके पर आयोजित चर्चा में भारतीय मूल के सांसद ने कहा कि यह आवश्यक है कि नेताजी की अस्थितयां उनके देश लाई जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य आसान है और इसको करने में वह सहयोग करेंगे।
बता दें कि महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मृत्यु पर काफी विवाद है। माना जाता है कि 18 अगस्त, 1945 को एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी। हालांकि कई रिपोर्टों में यह दावा किया गया कि उसके बाद भी नेताजी जीवित रहे, लेकिन भारत में जिस तरह के सियासी हालात पैदा हुए उसके बाद वे सार्वजनिक जीवन में नहीं आए।
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