शाहजहांपुर: प्रशासन बरत रहा सावधानी, कोटा से आए बच्चों के घरों पर चिपकाए नोटिस

शाहजहांपुर: प्रशासन बरत रहा सावधानी, कोटा से आए बच्चों के घरों पर चिपकाए नोटिस

शाहजहांपुर (उप्र)/भाषा। जिले में राजस्थान के कोटा से आए 93 बच्चों समेत 120 लोगों को घर में पृथक रखे जाने के बाद अब प्रशासन ने उनके घरों पर नेाटिस भी चिपका दिए हैं।

जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बृहस्पतिवार को फोन पर बताया, ‘यहां के बच्चे जो राजस्थान के कोटा शहर में इंजीनियरिंग व मेडिकल आदि की तैयारी कर रहे थे और लॉकडाउन के चलते कोटा में ही फंस गए थे, उन्हें यहां शासन के निर्देश पर लाया गया है तथा उनके रैपिड टेस्ट करने के बाद उन्हें 14 दिन के लिए घर में ही पृथक रखने को कहा गया है।’

उन्होंने बताया कि उनमें हालांकि कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले लेकिन इसके बाद भी पूरी एहतियात बरतते हुए उनके घरों पर नोटिस चिपका दिए गए हैं, ताकि उनके परिवार के सदस्य किसी से न मिलें और न ही कोई बाहरी व्यक्ति उनके घर जाए।

जिलाधिकारी सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के दल लगातार उनके घरों पर जाकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले रहे हैं और नियंत्रण कक्ष से भी इन लोगों पर पूरी नजर रखी जा रही है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव कुमार गुप्ता ने रैपिड किट से जांच पर रोक लगाने के सवाल पर कहा कि विभागीय टीम सभी छात्रों के घर पर जाकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले रही है और शासन से जैसे निर्देश प्राप्त होंगे, उसी आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
अस्पताल दिवस समारोह भी मनाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'
कांग्रेस ने कारगिल के शहीदों को दी श्रद्धांजलि- 'देश सदैव उनका ऋणी रहेगा'