पत्थरबाजों ने एक नहीं सुनी, कश्मीरी ट्रक चालक को घेरकर उतारा मौत के घाट
पत्थरबाजों ने एक नहीं सुनी, कश्मीरी ट्रक चालक को घेरकर उतारा मौत के घाट
श्रीनगर/दक्षिण भारत। कश्मीर घाटी में जिन पत्थरबाजों को अक्सर ‘भटका हुआ नौजवान’ बताकर गिरफ्तारी की सूरत में उनकी रिहाई की पुरजोर मांग की जाती है, उन्होंने दक्षिण कश्मीर में जिस बर्बरता से एक कश्मीरी ट्रक चालक को मौत के घाट उतारा है, उसे जानकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
पत्थरबाजों ने अनंतनाग में एक ट्रक को उस समय निशाना बनाया, जब वह रास्ते से गुजर रहा था। उस दौरान पत्थरबाजों को लगा कि यह ट्रक भारतीय सुरक्षा बलों का है। फिर क्या था, उन्होंने पत्थर उठाए और ट्रक पर बौछार शुरू कर दी।इससे ट्रक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके सिर में गहरी चोट आई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका। इस मामले में बिजबेहारा इलाके के जरीदपोरा से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि पत्थरबाजी का शिकार हुआ ट्रक चालक नूर मोहम्मद डार (42) जरादीपुरा उरानहाल इलाके का निवासी था। वह रविवार शाम को अपने घर लौट रहा था, तभी अनंतनाग जिले में प्रदर्शनकारियों ने उसे निशाना बनाया। ट्रक चालक ने उग्र पत्थरबाजों को यह समझाने की कोशिश की कि वह भी कश्मीरी है लेकिन उसकी एक न सुनी और लगातार पत्थरों की बौछार से वह लहूलुहान हो गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल लाया गया, तब तक वह दम तोड़ चुका था।
शहीद हुए थे जवान राजेंद्र सिंह
बता दें कि कश्मीर घाटी में पत्थरबाज पहले भी कई लोगों की जान ले चुके हैं। पिछले साल अक्टूबर में सीमा सड़क संगठन के काफिले की सुरक्षा में तैनात जवान राजेंद्र सिंह भी पत्थरबाजों के हमले में शहीद हो गए थे। उनका काफिला जब एनएच-44 के नजदीक अनंतनाग बाईपास तिराहे से गुजरा तो वहां खड़े पत्थरबाजों ने वाहनों पर हमला कर दिया। इस दौरान एक पत्थर राजेंद्र सिंह के सिर में आकर लगा जिससे उन्हें गंभीर चोट आई। बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।