योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मिली जुली प्रतिक्रिया
योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मिली जुली प्रतिक्रिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के सोमवार को १०० दिन पूरे होने पर आमजन और राजनीतिक दलों ने मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार १०० दिनों के शासनकाल का रिपोर्ट कार्ड मंगलवार को जारी कर सकती है। इसके साथ ही पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के कुशासन का पार्टी ‘श्वेतपत्र‘ भी जारी करेगी। योगी सरकार ने इसी साल १९ मार्च को शपथ ग्रहण की थी। यह श्वेत पत्र कल ही जारी होना था मगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के यहां आने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था। सूबे के आठ जिलो में २७८२ करो़ड की लागत से बनने वाली स़डक पर १९५० करो़ड के कर्ज के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को ही केन्द्र सरकार के अफसरों की मौजूदगी में एशियन विकास बैंक के अधिकारियों के साथ एक करार पर हस्ताक्षर करेंगे। इस बीच, राज्य सरकार का दावा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले १०० दिनों में लोगों की उम्मीद से ब़ढकर विकास के कार्य हुए। सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने के अलावा कानून-व्यवस्था की स्थिति और बेहतर हुई हालांकि इस दावे से परे विपक्षी दलों का आरोप है कि योगी राज में कानून-व्यवस्था की हालत और बदतर हुई है। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उनकी सरकार के शासनकाल में शुरू की गई योजनाओं का श्रेय मौजूदा योगी सरकार ले रही है। उन्होंने ट्वीट किया ‘राम राम जपना, पराया काम अपना।‘उधर, भाजपा ने कहा कि सत्ताधारी दल ने ८६ लाख छोटे और मझोले किसानों का ३६ हजार फसली ऋण माफ करने की घोषणा कर ऐतिहासिक काम किया है जिससे आर्थिक संकट से गुजर रहे किसानों को राहत मिली है। राज्य भाजपा महासचिव विजय बहादुर पाठक ने दावा किया कि पिछले १५ सालों में यह ऐसी इकलौती सरकार है जिसने प्रदेश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने और पारदर्शिता को लेकर गंभीर पहल की है। उन्होंने कहा कि गेंहू की रिकार्ड खरीद की गई। सभी परियोनाओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति की गई। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने आरोप लगाया कि मात्र १०० दिनों में ही भाजपा सरकार से जनता उकता गई है। यह सरकार सभी मोर्चों पर बुरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा, योगी सरकार का ट्रेलर ही इतना खराब है तो जनता उनसे पांच सालों में क्या उम्मीद कर सकती है? सूबे में कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है। बलात्कार अब पुलिस थानो के अंदर हो रहे हैं। राजधानी लखनऊ का जब यह हाल है तो राज्य के बाकी जिलों की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।कांग्रेस प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि राज्य की जनता को ठगने और उनकी उम्मीदों का तुषारापात करने का जिम्मा अब भाजपा ने उठा लिया है। राज्य में अपराधी अब और बेखौफ हो चुके हैं। सरेआम यहां तक की थानों के भीतर अपराध की घटनाएं हो रही हैं। योगी सरकार के वादों की पोल कुछ ही देर में खुल रही है। हाल ही में इस सरकार ने सूबे की सभी स़डकों के गड्डों को भरने के लिए १५ जून की समय सीमा निर्धारित की थी मगर इस दौरान आधी स़डकें भी गड्डामुक्त नहीं की जा सकीं।