नीतीश की वजह से बिहार को नहीं मिला विशेष दर्जा : लालू

नीतीश की वजह से बिहार को नहीं मिला विशेष दर्जा : लालू

पटना। बहुचर्चित चारा घोटाले के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भले ही जेल में बंद हों लेकिन सोशल मीडिया के जरिए किसी भी मुद्दे को लेकर वह अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला करने का कोई मौका नहीं छो़डते। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने को लेकर राजग के घटक दलों में जारी घमासन के बीच श्री यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आज एक बार फिर ट्वीट किया गया। राजद सुप्रीमों के ट्विटर हैंडल से किये गये ट्वीट में बिहार को विशेष दर्जा नहीं मिलने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीधे तौर पर जिम्मेवार ठहराते हुए कहा गया है कि उनकी संकीर्ण और नकारात्मक सोच की वजह से प्रदेश का ह़क मारा गया। श्री यादव के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि साल २००३ में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पटना आए थे। मुख्यमंत्री राब़डी देवी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पुऱजोर तरी़के से तथ्यों के साथ उनके सामने रखी। वाजपेयी साहब सहमत हो गए क्योंकि उन्होंने ही वर्ष २००१ में बिहार का बंटवारा किया था, इसलिए उन्हें जानकारी थी।ट्वीट में आगे लिखा गया है कि विशेष दर्जे की मांग पर वाजपेयी के सहमत होने के बाद एयरपोर्ट जाने के क्रम में तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार उनके कार में लटक लिए। नीतीश कुमार ने वाजपेयी को बिहार में राजनीतिक नफा नुकसान बताते हुए कहा कि यदि आप बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे देंगे तो हमारी राजनीति चौपट हो जायेगी और कभी भी हमारी सरकार नहीं बनेगी। इस तरह नीतीश कुमार की संकीर्ण और नकारात्मक सोच की वजह से बिहार का ह़क मारा गया।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

'छद्म युद्ध' की चुनौतियां 'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
आर्थिक दृष्टि से अधिक शक्तिशाली भारत अपने दुश्मनों पर और ज्यादा शक्ति के साथ प्रहार कर सकेगा
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'