केंद्र महादयी परियोजना को पर्यावरणीय मंजूरी नहीं दे रहा: सिद्दरामय्या
मुख्यमंत्री ने कहा- हमें पर्यावरण मंजूरी दिलवानी चाहिए

Photo: Siddaramaiah.Official FB Page
हुब्बली/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने रविवार को केंद्र पर महादयी नदी परियोजना के लिए पर्यावरणीय मंजूरी रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना उत्तर कर्नाटक क्षेत्र, विशेषकर हुब्बली और धारवाड़ शहरों में जल संकट के समाधान के लिए महत्त्वपूर्ण है।
सिद्दरामय्या ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी पर हमला किया, जो धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता परियोजना को पूरा करने के लिए कोई भी कदम उठाने में विफल रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा, 'वे केंद्र में एक महत्त्वपूर्ण मंत्री हैं। उन्हें हमें पर्यावरण मंजूरी दिलवानी चाहिए। हमने कितनी बार केंद्र से गुहार लगाई है। हमने केंद्र को पत्र लिखा है, उनसे अपील की है और मैं और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कई बार नई दिल्ली गए।'
उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाना समाधान का एक छोटा सा हिस्सा है और महादयी परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को पर्यावरणीय मंजूरी देनी होगी।
सिद्दरामय्या ने आरोप लगाया, 'पर्यावरण मंजूरी ही एकमात्र बाधा है। गोवा से डरकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमें यह (पर्यावरण मंजूरी) नहीं दे रहे हैं। प्रह्लाद जोशी वहां बात नहीं करते हैं।'
गोवा और कर्नाटक, महादयी नदी की सहायक नदियों, कलसा और बंडूरी पर बांधों के निर्माण के माध्यम से नदी के पानी की दिशा बदलने को लेकर विवाद में हैं।
गोवा सरकार ने तर्क दिया है कि कर्नाटक महादयी नदी का पानी नहीं मोड़ सकता, क्योंकि यह नदी महादयी वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरती है, जो उत्तरी गोवा में नीचे की ओर स्थित है।
केंद्र ने दो वर्ष पहले दोनों बांधों के निर्माण के लिए कर्नाटक द्वारा प्रस्तुत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दी थी।
कर्नाटक में अपनी सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 मई को विजयनगर जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
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