इंडि गठबंधन के लोग तमिलनाडु के लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ के भी जिम्मेदार: मोदी

प्रधानमंत्री ने कन्याकुमारी में सार्वजनिक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर खूब हमला बोला

इंडि गठबंधन के लोग तमिलनाडु के लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ के भी जिम्मेदार: मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडि गठबंधन कभी भी तमिलनाडु को विकसित नहीं बना सकता

कन्याकुमारी/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में सार्वजनिक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर खूब हमला बोला। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज भारत के दक्षिणी तट कन्याकुमारी से जो लहर उठी है, वह दूर-दूर तक पहुंचेगी। मैं साल 1991 में 'एकता यात्रा' लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर गया था और इस बार कश्मीर से कन्याकुमारी आया हूं। जम्मू-कश्मीर में जो लोग देश को तोड़ने का सपना देखते हैं, जम्मू-कश्मीर ने ऐसे लोगों को नकार दिया है। अब तमिलनाडु के लोग भी ऐसा ही करने जा रहे हैं।

Dakshin Bharat at Google News
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने ऑप्टिकल फाइबर और 5जी दिया, हमारे नाम पर डिजिटल इंडिया स्कीम है। इंडि गठबंधन के नाम पर लाखों करोड़ रुपए का 2जी का स्कैम है, और द्रमुक उस लूट की सबसे बड़ी हिस्सेदार थी। हमारे नाम पर उड़ान स्कीम है। इंडि गठबंधन के नाम हेलीकॉप्टर स्कैम है। हमारी खेलो इंडिया और टॉप्स स्कीम्स से देश ने खेलों में ऊंचा मुकाम हासिल किया, लेकिन उनके नाम पर सीडब्ल्यूजी स्कैम का दाग है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडि गठबंधन कभी भी तमिलनाडु को विकसित नहीं बना सकता। इन लोगों का इतिहास घोटालों का है। इन लोगों की राजनीति का आधार लोगों को लूटने के लिए सत्ता में आना है। एक तरफ भाजपा की कल्याणकारी योजनाएं होती हैं, तो दूसरी ओर इनके करोड़ों के घोटाले होते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि द्रमुक तमिलनाडु के भविष्य की ही दुश्मन नहीं है। यह तमिलनाडु के अतीत की, उसकी विरासत की भी दुश्मन है। हम तमिलनाडु के बंदरगाह बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं। मैंने हाल ही में थूथुकुडी में चिदंबरनार बंदरगाह का उद्घाटन किया है। हमारी सरकार मछुआरों के कल्याण के लिए भी काम कर रही है। उन्हें मछली पकड़ने वाली आधुनिक नौकाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने से लेकर किसान क्रेडिट कार्ड योजना के दायरे में लाने तक, हमने उनकी जरूरतों का खयाल रखा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि द्रमुक और कांग्रेस तब भी चुप बैठी रहीं, जब जल्लीकट्टू पर पाबंदी लगी थी। ये लोग तमिल संस्कृति को नष्ट करना चाहते हैं। यह हमारी सरकार है, राजग की सरकार है, जिसने जल्लीकट्टू को पूरे उत्साह के साथ मनाए जाने का रास्ता साफ किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब दिल्ली में संसद की नई इमारत बनी तो तमिल संस्कृति के प्रतीक, इस धरती के आशीर्वाद स्वरूप पवित्र सेंगोल को हमने नए भवन में स्थापित किया, लेकिन इन लोगों ने इसका भी बहिष्कार किया। उन्हें सेंगोल की स्थापना पसंद नहीं आई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले यहां आया था। मैंने यहां के प्राचीन तीर्थों के दर्शन किए थे, लेकिन द्रमुक ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखने तक पर रोक लगाने का प्रयास किया था। उच्चतम न्यायालय को तमिलनाडु सरकार को कड़ी फटकार लगानी पड़ी थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडि गठबंधन के ये लोग तमिलनाडु के लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ के भी जिम्मेदार हैं। श्रीलंका में हमारे मछुआरे भाइयों को फांसी की सजा दी गई थी। यह मोदी चुप नहीं बैठा। हर रास्ते का इस्तेमाल किया और हर प्रकार का दबाव बनाया और मैं उन सभी मछुआरों को श्रीलंका से फांसी के फंदे से उतारकर वापस लाया।

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download