जो परिवारवाद ... भ्रष्टाचार को पोषित करते रहे, उन्हें ईमानदारी से काम करने वालों से परेशानीः मोदी
प्रधानमंत्री ने हैदराबाद में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
'हमने देशभर में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था बढ़ाई है, लेकिन ऐसा पहले क्यों नहीं हुआ?'
हैदराबाद/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हैदराबाद में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ये परियोजनाएं राज्य में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी और बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महान क्रांतिकारियों की धरती तेलंगाना को मेरा शत-शत प्रणाम। आज मुझे तेलंगाना के विकास को और गति देने का पुनः सौभाग्य मिला है। आज यहां शुरू की गई वंदे भारत एक्सप्रेस आस्था, आधुनिकता, टेक्नोलॉजी और टूरिज़म को जोड़ने वाली है।प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते नौ वर्षों के दौरान हैदराबाद में करीब 70 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क बनाया गया है। हैदराबाद के मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम हुआ है। एमएमटीएस का तेजी से विस्तार हो, इसके लिए इस वर्ष के केंद्रीय बजट में तेलंगाना के लिए 600 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तेलंगाना के विकास को लेकर, तेलंगाना के लोगों के विकास को लेकर जो सपना आपने देखा था, उसे पूरा करना केंद्र की राजग सरकार अपना कर्तव्य समझती है। हम ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मॉडल को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय भी तेलंगाना के विकास के लिए 60 हजार करोड़ रुपए के रोड प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जिसमें गेम चेंजर हैदराबाद रिंग रोड भी शामिल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे के साथ-साथ तेलंगाना में हाइवे का नेटवर्क भी तेजी से विकसित किया जा रहा है। आज केंद्र सरकार के निरंतर प्रयास की वजह से तेलंगाना में नेशनल हाइवे की लंबाई दोगुनी हो चुकी है। साल 2014 में यहां करीब 2,500 किलोमीटर लंबा नेशनल हाइवे था, जो आज बढ़कर 5,000 किलोमीटर पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तेलंगाना को एम्स देने का सौभाग्य भी हमारी सरकार को ही मिला है। हालांकि केंद्र सरकार की इन कोशिशों के बीच मुझे एक बात की बहुत पीड़ा है, बहुत दुःख, बहुत दर्द होता है।
केंद्र के ज्यादातर प्रोजेक्ट्स में राज्य सरकार से सहयोग न मिलने के कारण हर प्रोजेक्ट में देरी हो रही है और इस से नुकसान आप लोगों का हो रहा है। मेरा राज्य सरकार से आग्रह है कि वह विकास से जुड़े किसी कार्य में कोई बाधा न आने दे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के नए भारत में देशवासियों की आशाओं को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है, लेकिन कुछ मुट्ठीभर लोग विकास के इन कार्यों से बहुत बौखलाए हुए हैं। ऐसे लोग जो परिवारवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को पोषित करते रहे, उन्हें ईमानदारी से काम करने वालों से परेशानी हो रही है।
इस से इनके तीन मतलब सिद्ध होते थे। इनके ही परिवार की जय-जयकार होती रहे। करप्शन का पैसा इनके परिवार के पास ही आता रहे। जो पैसे गरीब के लिए भेजे जाते हैं, वो इनके भ्रष्ट इको-सिस्टम में बांटने के काम आ जाए।
लेकिन आज मोदी ने भ्रष्टाचार की जड़ पर ही प्रहार कर दिया है। हमने देशभर में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था बढ़ाई है, लेकिन ऐसा पहले क्यों नहीं हुआ? इसलिए नहीं हुआ, क्योंकि परिवारवादी ताकतें व्यवस्था पर, सिस्टम पर अपना कंट्रोल छोड़ना नहीं चाहती थीं। किस लाभार्थी को क्या लाभ मिले, कितना मिले, यह नियंत्रण ये परिवारवादी अपने पास ही रखना चाहते थे।
ऐसे लोगों को देश के हित और समाज के भले से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे लोग केवल अपने कुनबे को फलता-फूलता देखना पसंद करते हैं। तेलंगाना को इनसे बहुत सतर्क रहना है।