सिंधू को 10 और साइना को पांच लाख देने की घोषणा
सिंधू को 10 और साइना को पांच लाख देने की घोषणा
ग्लास्गो। ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जापान की नोजोमी ओकूहारा के खिलाफ मिली हार के बाद कहा कि अंतिम समय में की गई गलती ने पूरा गेम बदल दिया। चौथी सीड सिंधू और सातवीं सीड ओकूहारा के बीच यह हाईवोल्टेज मुकाबला एक घंटे ५० मिनट तक चला जिसमें जापानी खिला़डी ने सिंधू को हरा दिया। सिंधू ने इस हार के बाद कहा, तीसरे गेम में २०-२० अंक पर यह मैच किसी तरफ भी जा सकता था। दोनों लोगों का लक्ष्य स्वर्ण पदक था और मैं इसके बहुत करीब थी। लेकिन आखिरी क्षण में सब कुछ बदल गया और मैं इससे बहुत दुखी हूं। उन्हें हराना आसान नहीं है। जब भी हम खेले तो वह आसान मुकाबला नहीं रहा। मैंने कभी उन्हें हल्के में नहीं लिया। मैं मैच के लंबे समय तक चलने के लिए तैयार थी, लेकिन मुझे लगता है कि यह मेरा दिन नहीं था। मैच के दौरान दोनों ही खिला़डी बुरी तरह थक चुकी थीं लेकिन कोई भी हिम्मत नहीं हार रही थी। सिंधू के पास मौका था लेकिन अंत में शायद थकावट उन पर बुरी तरह हावी हो गई। जापानी खिला़डी ने २१-२० के स्कोर पर जैसे ही मैच विजयी अंक लिया, जापानी समर्थक खुशी से उछल प़डे। ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने कहा, यह मानसिक और शारीरिक तौर पर काफी कठिन मुकाबला था। मुझे लगता है कि टूर्नामेंट का सबसे लंबे समय तक चलने वाला मुकाबला था। हम भारतीय बहुत गौरवान्वित हैं कि हमने साइना नेहवाल के अच्छे प्रदर्शन के साथ दो पदक जीते। मुझे बहुत गर्व है कि मैं देश के लिए रजत पदक जीत पाई। इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला है और मैं भविष्य में और खिताब जीतूंगी। भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) ने स्काटलैंड के ग्लास्गो में आयोजित विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पीवी सिंधू को १० लाख और कांस्य पदक जीतने वाली साइना नेहवाल को पांच लाख रुपए की नगद पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधू ने विश्व चैंपियनशिप में फाइनल में क़डा संघर्ष किया लेकिन उन्हें अंतत: रजत पदक से ही संतोष करना प़डा। खिताबी मुकाबले में उन्हें जापान की नोजोमी ओकूहारा के हाथों हार का सामना करना प़डा। साइना को भी सेमीफाइनल में ओकूहारा से ही हार का सामना करना प़डा था और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना प़डा। बाई अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा ने सिंधू और साइना को बधाई देते हुए कहा, मैं इन दोनों पदक विजेता खिलाि़डयों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई देता हूं। दोनों ही खिलाि़डयों ने देश को कई गौरव के पल दिए हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वे भविष्य में सफलता की और ऊंचाइयां छुएंगी।उल्लेखनीय है कि भारत को ग्लास्गो में विश्व चैंपियनशिप में भले ही स्वर्ण पदक से वंचित रहना प़डा हो लेकिन एक ही विश्व चैंपियनशिप में दो पदक भारत ने पहली बार हासिल किए हैं।