हुब्बली हिंसा मामले में किसी निर्दोष को नहीं पकड़ा गया: बोम्मई
'लोगों को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है'
बेंगलूरु/शृंगेरी/भाषा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हुब्बली हिंसा मामले में निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किए जाने के आरोपों को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारियां की गई हैं।
बोम्मई ने मंदिरों के नगर शृंगेरी में मेनासे हेलीपैड पर संवाददाताओं से कहा, ‘किसी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है। लोगों को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।’ उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को सजा मिले।बोम्मई ने कहा, ‘कानून अपने हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। किसी पुलिस थाने पर हमला करना एक अक्षम्य कृत्य है।’ विपक्षी दलों ने हुबली मामले में निर्दोष लोगों को फंसाए जाने की आशंका जताई है। इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में बोम्मई ने उक्त बयान दिया।
‘राम राज्य’ के स्थान पर ‘रावण राज्य’ होने के कांग्रेस के आरोपों के संबंध में बोम्मई ने कहा कि महत्वपूर्ण यह है कि आम आदमी क्या कहता है, न कि विपक्षी दल क्या कहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम विपक्ष से इससे अधिक उम्मीद नहीं कर सकते।’
हुबली की एक मस्जिद में भगवा झंडा फहराया जाता दिखाने वाली एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर शनिवार आधी रात को बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हंगामा किया था। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 89 लोगों को गिरफ्तार किया है और प्राथमिकी में नामजद चार लोग अब भी फरार हैं।
बोम्मई ने ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में कहा कि इस संबंध में जांच जारी है और वह इस पर नियमित रूप से कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।
बोम्मई ने इन आरोपों का खंडन किया कि वह कड़े फैसले नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने ठेकेदार की मौत के मामले, हुबली हिंसा और उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
भाजपा नेता एवं विधायक केएस ईश्वरप्पा ने पिछले बृहस्पतिवार को कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बेलगावी के रहने वाले ठेकेदार संतोष पाटिल मंगलवार को उडुपी के एक होटल में मृत मिले थे। उन्होंने कुछ हफ्ते पहले ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।