भाजपा को केंद्र में वापसी करने से रोकने के लिए विपक्षी एकजुटता बेहद जरूरी : देवेगौड़ा
भाजपा को केंद्र में वापसी करने से रोकने के लिए विपक्षी एकजुटता बेहद जरूरी : देवेगौड़ा
बल्लारी/दक्षिण भारतपूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवेगौ़डा ने वर्ष २०१९ में भाजपा की केंद्रीय सत्ता में वापसी के खिलाफ अकेले दम पर अभियान छे़ड रखा है। उन्होंने ३ नवंबर को कर्नाटक की तीन लोकसभा सीटों पर होने जा रहे उप चुनाव के पूर्व अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के प्रचार के मंचों को अपने अभियान का माध्यम बनाया है। पिछले दो दिनों से वह लगातार भाजपा के खिलाफ अगले वर्ष के आम चुनाव में धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों की एकजुटता की अपील करते सुने जा रहे हैं। मंगलवार को बल्लारी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए देवेगौ़डा ने धर्मनिरपेक्ष पार्टियों की एकता की अपील दोहराई।देवेगौ़डा ने जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष राहुल गांधी को कभी शौकिया राजनेता नहीं माना। अगर वह देश का प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा, ’’कांग्रेस देश की १३० वर्ष पुरानी पार्टी है। इसके अध्यक्ष राहुल गांधी में देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए सभी आवश्यक गुण मौजूद हैं। भाजपा को लगता है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन के लिए चल रहे प्रयासों में हमारे साथ नहीं हैं। उसकी यह धारणा गलत है। देश की सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतें अगले संसदीय चुनाव के लिए भाजपा के खिलाफ एकजुट हैं। आखिरकार सबने यह महसूस किया है कि कांग्रेस के बिना हम राजनीतिक रूप से कुछ भी नहीं कर सकते हैं।’’ उन्होंने धर्मनिरपेक्ष पार्टियों की एकजुटता से उभरने वाली ताकत का एक उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले १३ उप चुनावों में भाजपा के सभी विरोधी दल एकजुटता के साथ ख़डे हुए तो उन्हें १२ चुनावों में जीत हासिल हुई। उन्होंने इसके साथ ही जो़डा कि अगर ३ नवंबर को होने जा रहे लोकसभा और विधानसभा उप चुनावों में भी सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ आ जाएं तो कर्नाटक में भी चुनावी नतीजा ऐसा ही होगा। इसके साथ ही यह आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एक संकेतक का भी काम करेगा। उन्होंने पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि राज्य में कांग्रेस और जनता दल (एस) की गठबंधन सरकार ने उत्तरी कर्नाटक या हैदराबाद-कर्नाटक के हितों की कोई अनदेखी नहीं की है। इस बारे में भाजपा दुष्प्रचार रही है और उसके आरोपों में कोई दम नहीं हैं। उन्होंने कहा, ’’गठबंधन सरकार ने अब तक राज्य के किसी भी क्षेत्र के साथ भेद-भाव नहीं किया है। १२ मई को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के आधार पर उत्तरी कर्नाटक और हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के साथ भेद-भाव किए जाने के आरोप भी निराधार थे। गठबंधन सरकार समूचे राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए काम कर रही है।’’ देवेगौ़डा ने कहा कि बल्लारी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जनता दल (एस) के संयुक्त प्रत्याशी वीएस उग्रप्पा की जीत सुनिश्चित करने के लिए दोनों पार्टियों के नेता अपनी ओर से पूरी ताकत झोंक रहे हैं। पत्रकार वार्ता में देवेगौ़डा के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मंत्री डीके शिवकुमार और अन्य कांग्रेस व जनता दल (एस) नेता भी मौजूद थे।