वीरशैव-लिंगायतों को अलग धर्म घोषित करे वीरशैव महासभा : येड्डीयुरप्पा
वीरशैव-लिंगायतों को अलग धर्म घोषित करे वीरशैव महासभा : येड्डीयुरप्पा
कलबुर्गी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा ने अखिल भारत वीरशैव महासभा से अपील की है कि वह वीरशैव-लिंगायत समुदाय को एक अलग धर्म घोषित करे। अगर महासभा यह कदम उठाती है तो भाजपा इसका समर्थन करते हुए इसकी घोषणा स्वीकार कर लेगी। आज जेवारगी में पत्रकारों से बातचीत में येड्डीयुरप्पा ने कहा, कोई कुछ भी कहे, लेकिन वीरशैवों और लिंगायतों में कोई फर्क नहीं है। यह तय करना महासभा का काम है कि क्या इन दोनों समुदायों को मिला कर अलग धर्म घोषित करने की जरूरत है? अगर महासभा इन्हें अलग धर्म के अनुयायी घोषित करती है तो भाजपा इसके निर्णय को स्वीकारने के लिए प्रतिबद्ध है। पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भाजपा की नव कर्नाटक परिवर्तन यात्रा पूरे राज्य में काफी सफल रही। इसे राज्य सरकार पचा नहीं पा रही है और यात्रा को बाधित करने के लिए हर प्रकार के अ़डंगे लगाए जा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के खिलाफ पुलिस में फर्जी मामले दर्ज करवाए जा रहे हैं और उन्हें गिरफ्तार करवाया जा रहा है। कई जिलों में इस प्रकार की हरकतें राज्य सरकार कर चुकी है। आम जनता कांग्रेस सरकार के इस रवैये को बर्दाश्त नहीं करेगी। बहुत जल्दी ही इसे जनता माकूल जवाब दे देगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही जो़डा कि कांग्रेस की यह सरकार हर मोर्चे पर मुंह के बल गिरी है और अब यह राज्य के लोगों को जाति के आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। पिछले पांच वर्षों से राज्य में विकास का काम रुका प़डा है।