जोधपुर में कर्फ्यू जारी, उपद्रव के आरोप में 97 गिरफ्तार
इस विवाद की शुरुआत सोमवार को आधी रात के बाद हुई
जोधपुर/भाषा। जोधपुर में मंगलवार को हुए उपद्रव के सिलसिले में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि शहर में बुधवार को लगातार दूसरे दिन कर्फ्यू जारी रहा। पुलिस ने दावा किया है कि शहर में हालात नियंत्रण में हैं।
जोधपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी में कहा गया है कि अब तक 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, मंगलवार रात से स्थिति नियंत्रण में है और कोई नई अप्रिय घटना नहीं हुई।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, जोधपुर के प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अभय कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह घुमरिया मंगलवार को यहां पहुंचे। जोधपुर मुख्यमंत्री गहलोत का गृह नगर भी है जहां हालात पर नजर रखने के लिए आला अधिकारियों के साथ लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। जोधपुर जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं।
दोनों मंत्री व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी शहर में डेरा डाले हुए हैं। शहर के दस थाना क्षेत्रों- उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडा फलसा, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर व सरदारपुरा में मंगलवार को दोपहर एक बजे से बुधवार, चार मई की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू के आदेश हैं।
इस विवाद की शुरुआत सोमवार को आधी रात के बाद हुई जब कथित तौर पर एक समुदाय के लोगों ने शहर के चौराहे पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा लगाया। दूसरे समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया जिसके बाद दोनों में झड़प हो गई।
वहां पथराव भी हुआ। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची और पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। नियंत्रण कक्ष की ओर से कहा गया है कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गईं।
पुलिस ने बताया कि हालात काबू में कर लिए गए, लेकिन मंगलवार की सुबह जालोरी गेट के पास ईदगाह पर ईद की नमाज अदा करने के बाद कुछ लोगों ने वहां खड़े वाहनों, घरों व दुकानों पर पथराव किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।