शादी में लापरवाही पड़ी भारी, दूल्हा सहित 16 कोरोना की चपेट में, भरना होगा 6.26 लाख का जुर्माना
शादी में लापरवाही पड़ी भारी, दूल्हा सहित 16 कोरोना की चपेट में, भरना होगा 6.26 लाख का जुर्माना
भीलवाड़ा/दक्षिण भारत। देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं कुछ लोगों का लापरवाही भरा रवैया दूसरों की जान पर भारी पड़ रहा है। मामला राजस्थान के भीलवाड़ा का है, जहां एक शादी में शामिल होने के बाद 16 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए।
जानकारी के अनुसार, अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, वहीं 58 लोग पृथकवास में हैं। जिला प्रशासन ने इस मामले को लेकर सख्ती बरती है और छह लाख का जुर्माना लगा दिया है। यह जुर्माना भरने के लिए तीन दिन की मोहलत दी है।बता दें कि भदादा मोहल्ला निवासी घीसूलाल राठी के बेटे रिजुल की शादी 13 जून को हुई। कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रशासन ने शादी में 50 मेहमानों को बुलाने और एहतियात बरतने जैसे नियमों का पालन करने की शर्त पर मंजूरी दी थी। आरोप है कि शादी में ज्यादा संख्या में मेहमान आए और कई लोग कोरोना संक्रमित हो गए।
एक रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए, उनमें दूल्हा भी है। यह घटना ऐसे समय में हुई जब कोरोना महामारी से निपटने के लिए ‘भीलवाड़ा मॉडल’ देश-दुनिया का ध्यान आकर्षित कर चुका है। इस दौरान एक परिवार की लापरवाही ने कई लोगों की ज़िंदगी को संकट में डाल दिया।
इसके बाद जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन कानून की धारा-51 एवं लोगों का जीवन संकट में डालने पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। इस संबंध में जिलाधिकारी राजेंद्र भट्ट द्वारा जारी आदेश में बताया गया कि उक्त शादी में 50 से ज्यादा लोग आमंत्रित थे और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी एहतियात का ध्यान नहीं रखा गया।
आदेश में बताया गया कि 16 लोगों के कोरोना संक्रमित होने और उनमें से एक व्यक्ति की मौत के बाद अब 15 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। 58 लोग पृथकवास का पालन कर रहे हैं। संक्रमितों के जीवन की रक्षा के लिए एंबुलेंस, जांच, पृथकवास वार्ड, भोजन और अन्य सुविधाओं आदि पर लगभग 6,26,000 रुपए की राजस्व हानि हुई जिसकी वसूली संबंधित परिवार से की जाएगी।
यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करानी होगी। बता दें कि इस शादी समारोह की सोशल मीडिया पर चर्चा है और लोगों ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए लापरवाही से बचने और सावधानियों का पालन करने पर जोर दिया है।