गुजरात: धर्म बदलने वालों में 94 प्रतिशत हिंदू, 1.2 प्रतिशत मुसलमान
गुजरात: धर्म बदलने वालों में 94 प्रतिशत हिंदू, 1.2 प्रतिशत मुसलमान
गांधीनगर/दक्षिण भारत। गुजरात सरकार ने राज्य में धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों के जो आंकड़े पेश किए हैं, उनमें एक बात आपको हैरान कर सकती है। धर्म परिवर्तन के इच्छुक लोगों में करीब 94 प्रतिशत हिंदू हैं। वहीं, सिर्फ 1.2 प्रतिशत ही मुसलमान हैं। सरकार ने उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर यह जानकारी विधानसभा में पेश की है जो काफी चर्चा में है।
कांग्रेस विधायकों ने सरकार से प्रश्नकाल के दौरान राज्य में धर्म परिवर्तन के लिए किए गए आवेदनों के बारे में जानकारी चाही थी। कांग्रेस विधायकों ने राज्य के गृह विभाग से मांगी गई जानकारी में यह भी पूछा था कि किस जिले में सर्वाधिक लोगों ने धर्म परिवर्तन के लिए आवेदन किए।इस पर राज्य के गृह मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि पिछले दो वर्षों में (31 मई, 2019 तक) 911 लोगों ने धर्म परिवर्तन के लिए आवेदन किया था। इनमें से 863 आवेदनकर्ता हिंदू थे। बाकी आवेदनकर्ताओं का ताल्लुक अन्य धर्मों से था।
यह था धर्म परिवर्तन का आंकड़ा
मुख्यमंत्री रूपाणी द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि इनमें से 36 मुसलमान हैं। वहीं, 11 ईसाई, एक इस्माइली खोजा और एक बौद्ध है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इनमें से 689 लोगों को धर्म परिवर्तन की इजाजत मिल चुकी है।
सूरत में सर्वाधिक
धर्म परिवर्तन के लिए आ रहे आवेदनों में से सर्वाधिक सूरत, जूनागढ़ और आणंद से हैं। आंकड़ों के अनुसार, अकेले सूरत से ही 474 हिंदूओं धर्म परिवर्तन की इच्छा जताई। दूसरी ओर, इसी जिले से धर्म परिवर्तन के इच्छुक 11 मुसलमानों ने आवेदन किया है।
क्या कहता है कानून?
सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि मध्य गुजरात में सबसे ज्यादा लोग धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। गौरतलब है कि गुजरात सरकार द्वारा 2008 में बनाए गए एक कानून के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति धर्म परिवर्तन करता है तो उसे प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। यह कानून जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए लागू किया गया था।