प. बंगाल में आक्रोशित डॉक्टरों के धड़ाधड़ इस्तीफे, ममता ने बताया भाजपा की ‘साजिश’
प. बंगाल में आक्रोशित डॉक्टरों के धड़ाधड़ इस्तीफे, ममता ने बताया भाजपा की ‘साजिश’
कोलकाता/दक्षिण भारत। पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। इलाज की उम्मीद में दूर-दूर से मरीज अस्पताल आते हैं लेकिन डॉक्टर को नहीं पाकर निराश होते हैं और वापस लौट जाते हैं। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘धमकी’ से मामले ने और तूल पकड़ लिया और गुरुवार शाम को प. बंगाल के कई डॉक्टरों ने इस्तीफे भेज दिए। इससे राज्य की चिकित्सा व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है।
चार दिनों से चल रही इस हड़ताल से हालात बेकाबू होने लगे तो ममता ने इसे भाजपा से जोड़ दिया। एक रिपोर्ट के अनुसार, सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज के 18 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया। वहीं, हंगामे के कारण चर्चा में आए एनआरएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने भी इस्तीफा सौंप दिया है। इसके अलावा एसएसकेएम अस्पताल के चार प्रोफेसरों के इस्तीफे के समाचार हैं।लगी इस्तीफों की झड़ी
डॉक्टरों के इस्तीफों की झड़ी से ममता बनर्जी चिंतित हैं। उन्होंने डॉक्टरों से गुजारिश भी की कि वे काम पर लौटें। दूसरी ओर, डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि उन्हें सुरक्षा की गारंटी चाहिए। हालांकि पूरे मामले में हैरान करने वाला एक पहलू यह है कि जहां ममता बनर्जी डॉक्टरों के लिए सख्त शब्दों का इस्तेमाल कर रही हैं, वहीं उनका भतीजा डॉक्टरों के समर्थन में आंदोलन में शामिल हुआ है। ममता बनर्जी डॉक्टरों की हड़ताल और इस्तीफों को भाजपा की साजिश बता रही हैं।
ठप हुई चिकित्सा व्यवस्था
इस प्रकार डॉक्टरों की हड़ताल से पूरे प.बंगाल में चिकित्सा व्यवस्था ठप हो गई है। कोलकाता के एसएसकेएम कॉलेज के बाहर धरना दिया जा रहा है। बता दें कि प. बंगाल में डॉक्टरों के आंदोलन को दूसरे राज्यों में भी समर्थन मिल रहा है। लखनऊ के बाद दिल्ली के डॉक्टर भी आंदोलन के पक्ष में खड़े हो रहे हैं। दरअसल यह विवाद उस समय भड़का जब कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई। उसके बाद मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया और दो जूनियर डॉक्टरों की पिटाई कर दी। इनमें से एक डॉक्टर की हड्डियां टूट गईं, जबकि दूसरा आईसीयू में भर्ती है।
इससे डॉक्टरों में आक्रोश फैल गया। डॉक्टरों की पिटाई के विरोध में दूसरे राज्यों से भी आवाजें उठने लगीं। दिल्ली के एम्स में डॉक्टरों ने विरोध प्रकट करने के लिए बांह पर काली पट्टी बांधी और हेलमेट पहनकर मरीजों का इलाज किया। उधर, प. बंगाल में हड़ताल खत्म न होने से ममता और भाजपा आमने-सामने हैं। मुख्यमंत्री ने इसे भाजपा की ‘साजिश’ बता रही हैं, वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि हमलावर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता थे, ऐसे में राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी उन्हें बचाने की कोशिशों में जुटी है।